बताया जा रहा है कि इस मामले में कार्रवाई को लेकर कलेक्टर विशेष रुचि ले रहे हैं। जून माह की चार तारीख को प्रभार लेने के साथ ही कलेक्टर एसबी सिंह का फोकस जिले में रेत का अवैध खनन, परिवहन और भंडारण रोकने पर रहा। इसका असर 7 जून को अधिकारियों की बैठक में दिखा जब कलेक्टर ने संयुक्त टीम के माध्यम से कार्रवाई की बात कही। यह अलग बात है कि टीम गठित नहीं हुई।
इसके पांच दिन बाद 13 जून को कलेक्टर ने टीम गठित करने के निर्देश दिए और तब जाकर टीम गठित हुई। खासबात यह है कि टीम गठित तो हो गई, लेकिन रेत के अवैध मामलों में प्रभावी कार्रवाई नहीं हुई। रेत बाहुल्यता वाले गांव के रहवासियों का आरोप है कि इस मामले में एक तरह से प्रशासन के कर्मचारियों ने जैसे आंख मूंद ली थी।
कलेक्टर एसबी सिंह बताते हैं कि रेत व दूसरी खनिज का अवैध खनन, परिवहन और भंडारण रोकने को लेकर ही संयुक्त टीम गठित की गई है। इसके लिए सख्त निर्देश भी दिए गए हैं। व्यापक शिकायतों को ध्यान में रखते हुए एसडीएम को अलग से जांच के निर्देश दिए हैं।
ये हैं अफसर, इन्हें सीएम हेल्पलाइन में भी दर्ज शिकायतों की नहीं परवाह
अवैध रेत भंडारण में एक कार्रवाई के बाद ठंडा पड़ा अभियान, कलेक्टर बोले जारी है छोटी कार्रवाई
– जून माह में विभागों द्वारा जो प्रकरण खनिज विभाग को भेजा उसके अनुसार पूरे माह 24 प्रकरण ही बना।
– अवैध परिवहन के 12, उत्खनन के 11 और भंडारण के एक प्रकरण के अलावा अन्य कार्रवाई नहीं।
– निराकृत प्रकरणों में अवैध परिवहन के 6 और उत्खनन के दो प्रकरण का निराकरण हो सका।
– अवैध भंडारण का एक प्रकरण वह रहा जिसमें संदीप उर्फ पप्पू वाजपेयी के फेयर एंड ब्लेक कंपनी पर 65 करोड़ का जुर्माना लगाया गया।