scriptये हैं अफसर, इन्हें सीएम हेल्पलाइन में भी दर्ज शिकायतों की नहीं परवाह | These are officers, not care about the complaints lodged in CM Help. | Patrika News

ये हैं अफसर, इन्हें सीएम हेल्पलाइन में भी दर्ज शिकायतों की नहीं परवाह

locationकटनीPublished: Jun 25, 2019 06:58:09 pm

समय पर निराकृत नहीं हो पा रही कटनी जिले से सीएम हेल्पलाइन में दर्ज होने वाली शिकायतें.
प्रदेशस्तर पर जारी वेटेज स्कोर में कटनी प्रदेश में बारहवें स्थान पर, समय पर मामले निपटाने में लापरवाही बरत रहे अधिकारी.
सीएम हेल्पलाइन में शिकायत दर्ज करने को लेकर आमजनों का भरोसा हो रहा कम, आवेदक कह रहे कार्रवाई नहीं तो शिकायत का क्या फायदा.

Order for re-investigation of complaints of closed CM helpline

Order for re-investigation of complaints of closed CM helpline

कटनी. सरकारी योजनाओं की क्रियान्वयन से जुड़ी शिकायतें लोग बड़ी उम्मींद के साथ सीएम हेल्पलाइन में करते हैं। ऐसे आवेदकों को उच्चस्तर पर शिकायत दर्ज करने के बाद उम्मींद रहती है कि उनकी शिकायत पर अधिकारी गंभीरता से विचार करेंगे और उन्हे समय रहते राहत मिलेगी। जानकर ताज्जुब होगा कि इस मामले में शिकायकर्ताओं का भरोसा अब सीएम हेल्पलाइन में कम होता जा रहा है। आवेदकों का कहना है कि शिकायत का क्या फायदा जब समय पर ठोस कार्रवाई नहीं हो रही है।


सीएम हेल्पलाइन में लंबित शिकायतों के वेटेज स्कोर के मामले में कटनी जिला प्रदेश में 12वें स्थान पर है। मई माह में जिले भर से 3 हजार 387 शिकायतें लंबित रही। इन शिकायतों का निराकरण के बाद वेटेज स्कोर की बात की जाए तो 20 जून की स्थिति में संतुष्टि के साथ बंद शिकायतों का वेटेज 34.26 प्रतिशत, सौ दिन से अधिक लंबित शिकायत का वेटेज 4.53 प्रतिशत, निम्न गुणवत्ता से बंद शिकायत 9.18, नॉन अटेटडेंट शिकायतों का वेटेज 16.86 और कुल वेटेज स्कोर 64.83 प्रतिशत है।


सीएम हेल्पलाइन में लंबित शिकायत और आवेदकों के अनुसार संतोषजनक निराकरण नहीं होने की समस्या से कलेक्टर भी वाकिफ हैं। सोमवार को टीएल मीटिंग में कलेक्टर एसबी सिंह ने विभिन्न विभागों में अधिक समय से लंबित समय सीमा और सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों को प्राथमिकता से निराकरण करने के निर्देश दिए। उन्होंने दो टूक कहा कि संख्या जल्द से जल्द कम किया जाए।

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