माना जा रहा है कि बुधवार को डीएम, एसएसपी की सलाह के बाद बीएचयू प्रशासन हरकत में आया और दो दिन बाद मंगलवार-बुधवार की रात की घटना के मामले में चीफ प्रॉक्टर प्रो. रोयाना सिंह ने गुरुवार देर शाम नौ छात्रों के विरुद्ध लंका थाने में तहरीर दी जिसके बिना पर पुलिस ने सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। एसओ लंका संजीव मिश्र के अनुसार, चीफ प्रॉक्टर की तहरीर के मुताबिक बिड़ला ए के छात्र दर्शित पांडेय, अविनाश राय, हर्षवर्धन सिंह, ऋषभ सिंह तथा लाल बहादुर शास्त्री छात्रावास के राजन सिंह, अतुल जायसवाल, समीर सिंह और आशुतोष मौर्य के खिलाफ मारपीट, बलवा आदि मामलों में मुकदमा दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि इनकी गिरफ्तारी के लिए दो टीम भी गठित कर दी गई है।
उधर घटना के चार दिन बाद भी विश्वविद्यालय परिसर में तनाव बना हुआ है। एहतियात के तौर पर छात्रावासों के इर्द-गिर्त पुलिस व पीएसी तैनात है। इस पूरे प्रकरण में विश्वविद्यालय प्रशासन चाहे जो दावा करे लेकिन सूत्र बताते हैं कि दोनों ही छात्रावास में रहने वाले अभी पूरी तरह से शांत नहीं हैं। उनके अंदर अभी आग धधक रही है। वो फिर से मौके की तलाश में हैं। इस बीच प्रशासन की पहल पर बवाल करने वाले छात्रों को चिह्नित कर उनके परिजनों को पत्र भेज कर बुलाने और बातचीत करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।