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राजस्थान का रण: मेवाड़-वागड़ : न जनता की समस्याएं हल हुईं, न सीएम के निर्देशों की पालना

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उदयपुरSep 21, 2018 / 10:11 pm

Kamlesh Sharma

rajasthan ka ran
सिकंदर पारीक/उदयपुर। मेवाड़-वागड़ में मुख्यमंत्री राजस्थान गौरव यात्रा लेकर आईं तो पूरा प्रशासनिक अमला हरकत में आ गया था। चार से आठ अगस्त तक यात्रा यहां रहीं और उसके करीब डेढ़ माह बाद भी जनता की समस्याएं जस की तस हैं।

राजसमंद जिले में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की पहली सभा कांकरोली में हुई थी। तब सार्वजनिक निर्माण मंत्री की देखरेख में पूरे शहर की सड़कें दुरुस्त कराई गईं। रात-दिन सफाई कार्य चला और सड़कों से मवेशियों को हटाकर काइन हाउस भेजा गया। अब सड़कें टूट गई हैं, कंकड़ निकल आए हैं।
पूरे शहर की सड़कों पर मवेशी पसरे हैं और गंदगी का आलम है। चारभुजा नाथ में मुख्यमंत्री की आस्था का जिक्र करते हुए रामचन्द्र गुर्जर ने बताया, लोग शुगर फैक्ट्री, पार्किंग जैसे मुद्दों को लेकर सीएम से मिलना चाहते थे, लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों ने मिलने नहीं दिया। कॉलेज की मांग भी अनसुनी कर दी।
सत्यानारायण वैष्णव ने बताया, मंदिर के मुख्य मार्ग पर गड्ढ़े हैं। मंदिर विकास योजना के लिए मंजूर 5.50 करोड़ के कार्य घ्5ाटिया हुए या अधूरे पड़े हैं। मुख्यमंत्री के जाते ही काम धीमे पड़ गए। मनोहरलाल सराफ ने बताया, कस्बे में 15 दिन से पानी की समस्या थी।
‘भ्रष्टाचार का पेचवर्क’
चारभुजानाथ स्थित दूधतलाई पर लाइटें लगानी थी, जो कहीं और लगा दी गई। तलाई की पाल पर पत्थर लगाने की बजाय रेत-सीमेंट चिपका दी गई। यहां बनाई पुलिया धंस गई, जो दोबारा बनाई जा रही है।
तीन टॉयलेट्स का निर्माण अधूरा है। हेमंत सेवक का कहना था कि शनि महाराज मंदिर से दूधतलाई तक पूरा रास्ता खराब है, अंधेरा रहता है। सीएम ने यात्रा के वक्त यहां के लिए दिए बजट के कामों की प्रगति पूछी थी। अधूरे-घटिया कार्यों से नाराज सीएम ने दोबारा आने से पहले काम पूरे करने की हिदायत दी थी।
पार्टी नेताओं में मनभेद बरकरार

किरण-कटारिया
नाथद्वारा में गौरव यात्रा के दौरान गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया रथ पर सवार नहीं हुए। इससे मंत्री किरण माहेश्वरी व कटारिया के बीच दूरियां साफ नजर आईं। आज तक वही स्थिति बरकरार है।
राठौड़-किरण
सांसद हरिओम सिंह राठौड़ व मंत्री किरण के बीच दूरियां भी छुपी नहीं हैं। यात्रा के बाद भी ये दूरियां नहीं घटीं। राजसमंद में संगठनात्मक व सार्वजनिक कार्यक्रमों में दोनों ही अलग-अलग ही दिखे।
कटारिया-रणधीर
यात्रा के दौरान भीण्डर में निर्दलीय विधायक रणधीर सिंह ने अलग सभा रखी, कटारिया समर्थकों ने भटेवर में सभा की। मुख्यमंत्री भींडर गईं, मंच साझा किया। जबकि भटवेर में रथ पर ही सवार रहीं।
जुलाई में टेंडर, अब तक काम शुरू नहीं
यात्रा के दौरान बांसवाड़ा जिले में दाहोद रोड, जयपुर मार्ग, डूंगरपुर मार्ग पर सडक़ों का पेचवर्क किया गया। डेढ़ माह बाद ही सडक़ें उधड़ गई हैं। इनकी दुर्दशा को लेकर आए दिन विरोध हो रहा है। मुन्नाडूंगर से गांगड़ तलाई तक 12 किमी सड़क क्षतिग्रस्त है।
नवीनीकरण के लिए जुलाई में टेण्डर हो चुके हैं, लेकिन अभी तक कार्य शुरू नहीं हुआ। यात्रा के समय मुख्यमंत्री ने कलक्टर को निर्देशित किया था कि एक माह में यहां कार्य शुरू करें, लेकिन कुछ नहीं हुआ।

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