surat news-जीएसटी निगल रहा है कपड़ा श्रमिकों की नौकरी??
जीएसटी ने कपड़ा बाजार में श्रमिकों की रोजगार पर खड़ा कर दिया संकट??
surat news-जीएसटी निगल रहा है कपड़ा श्रमिकों की नौकरी??
सूरत
जीएसटी के कारण कपड़ा उद्योग के श्रमिकों की हालत खराब होते जा रही है। कपड़ा व्यापार कमजोर होने के कारण वह श्रमिकों को नौकरी से निकाल रहा है।
झारखंड गिरिडीह के दिनेश शाहू ने बताया कि जीएसटी के बाद दुकान के मालिकों के पास ही कम हो गया है तो वह हमारा खर्च कैसे वहन करेंगे। जीएसटी के पहले किसी भी मार्केट में सरलता से नौकरी मिल जाती थी, लेकिन अब बड़ी मुसीबत से नौकरी मिलती है। जीएसटी के बाद दो साल में वेतन दो हजार बढा है। अन्य एक श्रमिक ने भी कुछ ऐसे ही दर्द साझा किया। झारखंड के ही प्रमोद ठाकुर ने बताया कि पहले वतन से आने वाले लड़कों को तुरंत ही नौकरी मिल जाती थी, लेकिन अब मेरे साथ के ही कई साथी बेरोजगार बैठे हैं रोज फोन कर मार्केट में काम है या नहीं पूछ रहे हैं। इसी तरह से गारमेन्ट कंपनी में जीएसटी के बाद छंटनी में नौकरी से हटाए गए मूल यूपी, बांदा के विवेक सिंह ने बताया कि जीएसटी के पहले वह गारमेन्ट कंपनी में काम करता था, लेकिन जीएसटी के बाद कोन्ट्राक्टर ने उसे नौकरी से निकाल दिया। इसके बाद वह नई नौकरी में लगा है। जीएसटी के कारण अब नौकरी मिलने मे मुश्किल हो रही है। भले ही श्रमिकों की नौकरी के लिए संकट खड़ा हुआ है, लेकिन अकाउन्ट का काम करने वालों के लिए चांदी हो गई है। अकाउिन्टंग का काम करने वाले रमेश पाटिल ने बताया कि जीएसटी के बाद छोटे व्यापारी को भी अकाउन्ट मैन्टेन करना पड़ता है। हर महीने कई रिटर्न फाइल करने पड़ते हैं। इसलिए अब व्यापारियों ने अकाउन्टन्ट रखे हैं। जीएसटी के बाद हजारों की संख्या में अकाउन्टन्ट कपड़ा मार्केट में जुडे हैं।
Home / Surat / surat news-जीएसटी निगल रहा है कपड़ा श्रमिकों की नौकरी??