ज्ञात हो कि अल्ट्राटेक सीमेंट प्लांट बघवार मझिगवां के हैवी ब्लास्टिंग से आसपास के लोग परेशान थे, कंपनी के द्वारा किसी भी समय क्षमता से ज्यादा ब्लास्टिंग की जाती है, जिससे मझिगवां पटना कारियाझर एवं अन्य कई गांवों के लोगों का जीना दूभर हो गया है। कंपनी के खदान से 500 मीटर की दूरी पर लोनिया परिवार के लोग जो गरीब मजदूर अपने बीवी बच्चों सहित रहते हैं, खदान में ब्लास्टिंग से उनके घरों में दरारें एवं उछलकर पत्थर आते थे, जिससे व्यथित होकर लोग पास में ही पिपरांव चौकी में शिकायत करने गए, उनकी शिकायत में तो कोई कार्रवाई नहीं हुई।
कर्रवाई के बजाय शिकायतकर्ताओं के ऊपर कंपनी के इशारे में पुलिस का कहर जनवरी माह के कड़कड़ाती ठंड में रात्रि 8-9 बजे टूटा। महिला पुलिस न होते हुए पुरुष पुलिस कर्मी रात्रि में लोनिया परिवार के घरों में घुसकर महिलाओं व बच्चों के साथ बर्बरतापूर्ण कार्रवाई करते हुए मारपीट की गई थी, जिसकी शिकायत जिले के कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक सहित मप्र महिला आयोग व राष्ट्रीय महिला आयोग में की गई थी। शिकायतकर्ता तेजबहादुर ङ्क्षसह ने शिकायत में बताया था कि रात्रि 8-9 बजे जब लोनिया परिवार के लोग सो रहे थे तब पुलिस अचानक दरवाजा तोड़कर अंदर घुस आई एवं जो जिस हालत में मिले पिटाई कर दी, उस समय महिलाएं अपने छोटे-छोटे बच्चों को लेकर सो रही थी, चौकी से पुलिस आई जिसके साथ कोई महिला पुलिस नहीं थी फिर भी महिलाओं की चोटी पकड़ कर घसीटते हुए घर से बाहर निकाला, जमकर धुनाई कर दी एवं घरों में रखे सामान एवं गाडिय़ों में तोड़ फोड़ की गई थी। खाना बनाने वाले बर्तनों को कुएं में फंेक दिए। इस शिकायत को राष्ट्रीय महिला आयोग द्वारा संज्ञान में लेते हुए पुलिस अधीक्षक सीधी को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है वहीं निर्देशित किया गया है कि राष्ट्रीय महिला अधिनियम 1990 की धारा 10 के तहत एक माह में कार्रवाई कर सूचित करें।