डाक्टरों की मानें तो जीभ का काला होना सेहत से जुड़ी एक समस्या होती है। हाल ही में न्यू इंगलैंड जरनल ऑफ मेडिसिन में छपी एक रिसर्च में केस स्टडी के दौरान यह खुलासा हुआ। इस स्टडी के मुखिया ऑथर यासिर हामद के अनुसार यह एक बहुत ही रेयर यानी कम दिखने वाली समस्या है। यह जनसंख्या का महज .06 फीसदी से 13 फीसदी ही इससे प्रभावित होती है। इसमें जीभ काले रंग की दिखने लगती है और जीभ रोएदार दिखने लगती है। कुछ सटकने में दिक्कत होती है और जीभ पर बाल होने जैसी फीलिंग आने लगती है।
इस स्टडी के दौरान डॉक्टरों ने 55 साल की एक महिला में इस समस्या की पहचान की। महिला को शिकायत थी कि उसे मितली जैसा महसूस होता रहता है और इतना ही नहीं उसके मुंह के स्वाद में भी फर्क आया है। महिला की जुबान काली दिख रही थी और बालों जैसा कुछ जीभ पर दिख रहा था।
दरअसल काले बालों वाली जुबान को इंग्लिश में lingua villosa nigra कहते हैं। यह बीमारी दर्दरहित और टेम्परेरी होती है। हालांकि इसका समय के साथ इलाज हो सकता है।
जीभ काली होने के पीछे कुछ आम सी वजहें हो सकती हैं. यह अक्सर मुंह की सफाई के प्रति बेपरवाह बरतने से होता है. आमतौर पर काली और बालों वाली जीभ धूम्रपान, बहुत ज्यादा कॉफी पीने और दांतों की साफ-सफाई की कमी का नतीजा हो सकता है। वो लोग जो तंबाकू औऱ सिगरेट का ज्यादा सेवन करते हैं, उन्हें भी काली जुबान की समस्या हो सकती है।
काली जीभ से इतर अगर आपकी जीभ पर पीले रंग की गाढ़ी परत है तो इसका मतलब है कि आपको अपने मुंह की ज़्यादा देखभाल करने की ज़रूरत है। रोज़ाना जीभ को सही तरीके से साफ करने की आदत डालें। बैक्टीरिया की वज़ह से भी आपकी जीभ के ऊपर इस तरह की गाढ़ी परत जमा हो सकती है।