बामनवास. राज्य सरकार की ओर से देर रात श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का अवकाश शनिवार से बदलकर शुक्रवार को कर देने के आदेशों ने विद्यार्थियों के सामने खासी परेशानी खड़ी कर दी। लिवाली गांव में विद्यार्थी कई किमी पैदल चलकर स्कूल पहुंचे तो उनको छुट्टी का पता लगा। कई विद्यालयों में शिक्षकों में छुट्टी को लेकर असमंजस की स्थिति रही। कई शिक्षक स्कूल पहुंचे। शिक्षक-विद्यार्थियों के स्कूल पहुंचने पर प्रार्थना सभा के बाद विद्यार्थियों को सूचना देकर छुट्टी कर दी गई।
वहीं सरकारी स्कूलों में अन्नपूर्णा योजना के तहत वितरित होने वाला दूध भी पहुंच गया। ऐसे में डेयरी प्रतिनिधियों तथा स्कूली शिक्षकों के बीच दूध को लेकर भी विवाद हुआ। डेयरी को भी इस संबंध में सूचना नहीं होने से अधिकांश स्कूलों में सुबह दूध पहुंच गया। कई निजी शिक्षण संस्थानों ने सरकार की ओर से आनन-फानन में जारी किए आदेशों को दरकिनार कर स्कूलों का संचालन किया।
चौथ का बरवाड़ा. सरकार की ओर से देर रात को जन्माष्टमी की छुट्टी को लेकर आदेश जारी होने के बाद शुक्रवार सुबह गुरु व शिष्य छुट्टी को लेकर असमंजस में रहे। सुबह बच्चे स्कूल पहुंच गए, लेकिन कई जगह स्कूल बंद होने तथा कई जगह स्कूल खुले मिले। बाद छुट्टी की सूचना मिलने पर बंद करवाकर बच्चों को घर पर वापस लौटाया। सरकार ने शक्रवार की छुट्टी के आदेश जारी कर दिया, लेकिन शनिवार को घरों में कृष्ण के जन्म उत्सव होने के कारण बच्चों का स्कूल से मोहभंग रहेगा। ऐसे में शिक्षक तो विद्यालय पहुंचेंगे, लेकिन बच्चों की कमी रहेगी।
बौंली. राज्य सरकार द्वारा अचानक आदेश जारी कर जन्माष्टमी के एक दिन पूर्व छुट्टी घोषित करने से आमजन असमंजस में रहे। साथ ही सरकार की मंशा पर भी सवाल उठने लगे। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार जन्माष्टमी की छुट्टी शनिवार को थी, लेकिन राज्य सरकार द्वारा अचानक आदेश निकल जाने से छुट्टी असमंजस बन गई। सुबह बच्चे विद्यालय पहुंचे, लेकिन कहीं विद्यालय खुले मिले और कहीं बंद नजर आए। इससे अध्यापक छात्र छात्रों के परिजनों में असमंजस रहा। ्रराज्य सरकार द्वारा आदेश जारी कर शुक्रवार की छुट्टी की घोषणा से अब बैंक सोमवार को ही खुल पाएंगे।