सूबे में सरकारी स्वास्थ्य सुविधाओं की लापरवाही का आलम ये है कि महिला प्रसव पीड़ा से तड़पती रही लेकिन 102 एंबुलेंस सेवा पर किसी ने फोन तक नहीं उठाया। दरअसल शामली के थानाभवन क्षेत्र के हथौली गांव निवासी हंसराज गर्भवती पत्नी सोनिया और पड़ोसी राजू के साथ देवी दर्शनों के लिए सिद्ध पीठ श्री शाकंभरी देवी पहुंचा थे। दर्शन करनेके बाद सुबह जब वो वापस आ रहे थे, तभी बस स्टैंड के पास चाय पीने के लिए एक दुकान पर रुक गए। दुकान पर बैठे अभी कुछ ही देर हुआ था कि अचानक सोनिया को प्रसव पीड़ा शुरू हो गई। पत्नी को इश हालत में देख पति हंसराज व राजू ने दुकानदार से मदद मांगी। इस दौरान दोनों ने महिला को अस्पताल ले जाने के लिए एंबुलेंस सेवा 102 पर कॉल की, लेकिन कई बार फोन करने भी किसी ने कॉल रिसीव नहीं की। इतना ही नहीं दुकान वाले के मुताबिक कई अन्य लोगों ने भी फोन किया लेकिन कॉल रिसीव नहीं हो सकी। महिला प्रसव पीड़ा से बेंच पर लेटी हुई तड़पती रही। जिसके बाद दर्द से चिल्लाती सोनिया ने बेंच पर एक बच्चे को जन्म दिया।
महिला की स्थिति को देखते हुए चाय के दुकानदार तेजपाल ने अपने घर से दो महिलाओं को लेकर दुकान पर गया। जिसके बाद महिलाओं ने सोनिया की देखभाल की और वहां मौजूद लोगों की मदद से पति हंसराज उसे लेकर अपने घर पहुंचा। इस मामले में सीएमओ बीएस सोढ़ी से पूछने पर उन्होंने कहा कि 102 की सभी काल लखनऊ से संबंधित होती है। यदि एक से अधिक बार भी काल करने पर रिसीव नहीं की गई तो मामला गंभीर है। इसकी जांच कराई जाएगी।