सागरPublished: Nov 12, 2018 12:45:17 pm
Sanket Shrivastava
डॉ. हरिसिंह गौर केंद्रीय विवि के शारीरिक शिक्षा विभाग के मैदान का मामला
स्टेडियम बनाने चौदह करोड़ खर्च किए, मैदान की सिंचाई करने दस हजार खर्च करने में टालमटोल
सागर. शारीरिक शिक्षा विभाग का खेल मैदान में इन दिनों सिचाई न होने के कारण बुरी हालत में पहुंच चुका है। बारिश की सीजन में जहां मैदान पर उगी घास को काटने के लिए 15 दिन लगे थे। वहीं अब इस मैदान में घांस का एक टुकड़ा भी नजर नहीं आता। मैदान में धूल ही धूल उड़ती नजर आती है। इसकी वजह मैदान की सिचाई के लिए पानी की व्यवस्था न होना है। जानकारी हैरानी होगी कि एक साल पहले डॉ. हरिसिंह गौर केंद्रीय विवि प्रशासन ने एक बोर कराया था। लेकिन अभी तक उसमें मोटर पंप और पाइप लाइन बिछाने का काम नहीं हो पाया है। इंजीनियरिंग विभाग के अधिकारी भी इस काम को पूरा करने में टालमटौली कर रहे हैं।
शारीरिक शिक्षा विभाग की इस जगह पर स्टेडियम भी बनाया जा रहा है। 5 साल से ज्यादा वक्त बीत चुका है। इस निर्माण पर अब तक विवि प्रशासन १४ करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च कर चुका है, लेकिन बावजूद इसके अब तक यह तैयार नहीं हो पाया है। हैरानी की बात यह है कि विवि प्रशासन का ध्यान मैदान के रखरखाव पर नहीं है। बोर के बाद मोटर पर खर्च करने के लिए अब तक राशि मंजूर नहीं की है। महज 10 हजार रुपए खर्च करने से मैदान में सिचाई सुविधा शुरू हो सकती है।
कई बार लिखे पत्र
इंजीनियरिंग विभाग को कई बार पत्र लिखा जा चुका है, लेकिन वहां फाइल चलने की बात करते रहते हैं। हालही में फिर से विभाग से संपर्क किया गया, जहां आजकल में पाइप लाइन बिछाए जाने और मोटर डाले जाने की बात कही गई।
वैकल्पिक बोर बंद
एक साल पहले यहां पर विवि के लिए एक बोर किया गया था। इस बोर से इस मैदान में सिचाई भी की जाती थी, लेकिन विवि में बने हॉस्टल और अन्य जगहों पर पानी पर्याप्त न पहुंचने के कारण विवि प्रशासन ने नया बोर सिर्फ इस मैदान के लिए कराया था। बता दें कि बोर होने के बाद इस वैकल्पिक बोर को बंद कर दिया गया। एक साल से यह बोर बंद है और मैदान की सिचाई भी बंद हैं।