श्रमिकों की पुत्रियों का होगा सम्मान
राज्य सरकार की तरफ से ग्रामीण व शहरी इलाकों में पंजीकृत विनिर्माण
श्रमिकों की पुत्रियों को 55 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।
राज्य सरकार ने निर्माण श्रमिकों की बेटियों को बड़ी सौगात दी है। राज्य सरकार की तरफ से ग्रामीण व शहरी इलाकों में पंजीकृत विनिर्माण श्रमिकों की पुत्रियों को 55 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। श्रम विभाग ने श्रमिक परिवारों की बेटियों को प्रोत्साहन देने के लिए शुभशक्ति नाम से नई योजना संचालित की है। आवेदक परिवारों की बेटियों को देय यह राशि एकमुश्त उनके खाते में स्थानांतरित की जाएगी। योजना की अधिसूचना जारी कर योग्यता मापदंड भी निर्धारित किए गए है। इस राशि का उपयोग विनिर्माण पंजीकृत श्रमिक परिवार अपने विवेक के अनुसार कर बेटियों की शिक्षा, कौशल विकास, उद्योग अथवा विवाह के लिए कर सकेगा।
क्या है पात्रता मानदंड
श्रम विभाग की अधिसूचना के अनुसार पंजीकृत श्रमिक परिवारों का पंजीकरण एक साल पूर्व का होना जरुरी है। इसके अलावा संबंधित परिवार की लड़की की आयु 18 वर्ष व शैक्षणिक योग्यता आठवीं पास रखी गई है। एक साल पुराने पंजीकृत परिवारों को प्रोत्साहन राशि प्राप्त करने के लिए निर्धारित प्रारुप में आवेदन करना होगा। श्रम विभाग को भेजे जाने वाले आवेदन पत्र के साथ पंजीकरण कार्ड की प्रतिलिपि, आधार कार्ड या भामाशाह कार्ड जन्म तिथि का प्रमाण पत्र व अन्य दस्तावेज संलग्र करना जरुरी है। इसके अलावा आवेदन पत्र में संलग्र प्रारुप में राजपत्रित अधिकारी द्वारा जारी प्रमाण पत्र भी लगाना आवश्यक है। योजना एक जनवरी 2016 से लागू होगी।
श्रमिकों को जोड़ेंगे
राज्य सरकार की योजना से अधिकाधिक श्रमिकों को जोड़ा जाएगा, इसके लिए योजना का व्यापक प्रचार प्रसार किया जाएगा।
इन्दु सारस्वत,
प्रधान पंचायत समिति रायसिंहनगर
मिलेगाा फायदा
श्रम विभाग द्वारा पंजीकृत श्रमिकों के लिए लागू की गई शुभशक्ति योजना में देय अनुदान अधिकतम पात्र श्रमिकों को दिया जाएगा।
शीलादेवी,
विकास अधिकारी पंचायत समिति रायसिंहनगर