महाधरना में शिरकत करने पहुंचे नेताओं ने सवर्ण समाज को एकजुट करने और उनके मुद्दों पर सरकार की अनदेखी जैसे मामलों को प्रमुख रूप से सामने उठाया। इस दौरान कई नेता नीतीश कुमार और केंद्र सरकार के विरोध में भी बोलते नजर आए। इस दौरान सीपी ठाकुर ने लाठीचार्ज को लेकर सवर्ण समाज के मुद्दे पर सामने लाते हुए इसे मुख्यधारा में लाने की कोशिश की।
गौरतलब है कि आरक्षण के अलावा बीते 6 सितंबर को बेलागंज में हुई घटना के विरोध में सीपी ठाकुर ने यह महाधरना आयोजित किया है। 6 सितंबर को बेलागंज में पुलिस ने घरों में घुसकर महिलाओं और बच्चों की पिटाई की थी।
अब इस महाधरना के जरिये सीपी ठाकुर सरकार के खिलाफ अपनी आवाज उठा रहे हैं। लोकसभा चुनाव से पहले बिहार में सवर्णों के आरक्षण की मांग को लेकर लगातार प्रर्दशन किया जा रहा है। सीपी ठाकुर इसी कड़ी में महाधरना दे रहे हैं।
आर्थिक आधार पर सवर्णों को आरक्षण और एससी-एसटी एक्ट के विरोध में सीपी ठाकुर सवर्ण समाज की अगुवाई कर रहे हैं। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि भाजपा के बड़े नेता सीपी ठाकुर की इस खिलाफत पर राजग सरकार कैसे प्रतिक्रिया देती है, क्योंकि बिहार में उनकी ही सरकार है। सीपी ठाकुर के इस धरने से यह सवाल भी सामने आ रहा है कि आखिर ठाकुर ऐसा क्यों कर रहे हैं? और क्या इसके पीछे ठाकुर की कोई राजनैतिक महत्वकांक्षा है या फिर कुछ और।