जानकारी के अनुसार बगड़ीनगर थाना क्षेत्र के बड़ा गुड़ा के खाखरा गांव निवासी पशुपालक शेष सिंह 55 साल पुत्र मोड सिंह रावत जो रोज की तरह शनिवार सुबह चराने के लिए अपने ऊंट को जंगल ले जा रहा था। पानी पिलाने के लिए उसे पानी की टंकी के पास ले गया। जहां ऊंट ने अचानक उस पर हमला कर दिया। जिससे पशुपालक शेष सिंह गंभीर रुप से घायल हो गया। ग्रामीण उसे बगड़ी के उप स्वास्थ्य केन्द्र ले गए। जहां से प्राथमिक उपचार के बाद उसे पाली के बांगड़ अस्पताल रेफर कर दिया गया।
चश्मदीद लालसिंह बोला- ऊंट हो गया था हिंसक
घटना के चश्मदीद खाखरा गांव निवासी लाल सिंह ने बताया कि ऊंट हिंसक हो गया था। उसने शेष सिंह को कंधे और पैर को अपने जबड़ में दबाकर दो-तीन बार उठाकर जमीन पर पटका था। उसके बाद ऊंट शेष सिंह को गंभीर घायल कर उसके ऊपर बैठ गया। चिल्लाने की आवाज सुनकर आस-पास से ग्रामीण मौके पर पहुंच गए।
घटना के चश्मदीद खाखरा गांव निवासी लाल सिंह ने बताया कि ऊंट हिंसक हो गया था। उसने शेष सिंह को कंधे और पैर को अपने जबड़ में दबाकर दो-तीन बार उठाकर जमीन पर पटका था। उसके बाद ऊंट शेष सिंह को गंभीर घायल कर उसके ऊपर बैठ गया। चिल्लाने की आवाज सुनकर आस-पास से ग्रामीण मौके पर पहुंच गए।
शेष सिंह 10-15 साल से पाल रहे ऊंट
ग्रामीणों ने बताया कि शेष सिंह 10-15 साल से यह ऊंट पाल रहा है, लेकिन पहली बार ऊंट ने शेष सिंह पर जानलेवा हमला किया है। ऊंट ने उसके शरीर पर दो तीन जगह से काटा भी है। गांव वालों ने लकडि़यों से ऊंट को दूर किया। इसके बाद रस्सी से पकड़कर उसे एक पेड़ से बांध दिया।
ग्रामीणों ने बताया कि शेष सिंह 10-15 साल से यह ऊंट पाल रहा है, लेकिन पहली बार ऊंट ने शेष सिंह पर जानलेवा हमला किया है। ऊंट ने उसके शरीर पर दो तीन जगह से काटा भी है। गांव वालों ने लकडि़यों से ऊंट को दूर किया। इसके बाद रस्सी से पकड़कर उसे एक पेड़ से बांध दिया।
सात माह पूर्व खरीदा था ऊंट
शेष सिंह के बड़े पुत्र नरपत सिंह ने बताया कि पिता ने जंगल में लकड़ियां काटने का ठेका ले रखा है। छह-सात माह पूर्व ही जंगल से लकड़ियां ढोकर लाने के लिए पड़ोसी गांव से 35 हजार रुपए में ऊंट खरीदा था। मैं सोजत के एक पेट्रोल पंप पर नौकरी करता हूं। गांव में पिता शेष सिंह, मां कांता देवी, बहन उर्मिला 19 साल और गीता 18 साल रहती हैं।
शेष सिंह के बड़े पुत्र नरपत सिंह ने बताया कि पिता ने जंगल में लकड़ियां काटने का ठेका ले रखा है। छह-सात माह पूर्व ही जंगल से लकड़ियां ढोकर लाने के लिए पड़ोसी गांव से 35 हजार रुपए में ऊंट खरीदा था। मैं सोजत के एक पेट्रोल पंप पर नौकरी करता हूं। गांव में पिता शेष सिंह, मां कांता देवी, बहन उर्मिला 19 साल और गीता 18 साल रहती हैं।