अमरीका
इस समय अमरीका भारत का सबसे ताकतवर और भरोसेमंद दोस्त है। अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच इस समय अच्छी जुगलबंदी चल रही है। अमरीका लगातार भारत-चीन सीमा विवाद पर नजर बनाए हुए है। अमरीका ने कहा है कि भारत और चीन को इस मुद्दे को बातचीत से सुलझाना चाहिए। साथ ही अमरीका ने युद्ध की स्थिति में भारत का हरसंभव सहयोग करने का वादा किया है। अमरीका ने यह रूख उत्तर कोरिया मुद्दे पर चीन द्वारा चुप्पी साधे जाने के बाद अपनाया है।
इस समय अमरीका भारत का सबसे ताकतवर और भरोसेमंद दोस्त है। अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच इस समय अच्छी जुगलबंदी चल रही है। अमरीका लगातार भारत-चीन सीमा विवाद पर नजर बनाए हुए है। अमरीका ने कहा है कि भारत और चीन को इस मुद्दे को बातचीत से सुलझाना चाहिए। साथ ही अमरीका ने युद्ध की स्थिति में भारत का हरसंभव सहयोग करने का वादा किया है। अमरीका ने यह रूख उत्तर कोरिया मुद्दे पर चीन द्वारा चुप्पी साधे जाने के बाद अपनाया है।
जापान
भारत और चीन के बीच चल रहे सीमा विवाद के बीच जापान ने भी भारत का समर्थन करने का ऐलान किया है। जापान के राजदूत केंजी हीरामत्सू ने भारत का समर्थन करते हुए कहा है कि डोकलाम को लेकर पिछले करीब दो महीनों से तनातनी जारी है। हमारा मानना है कि इससे पूरे क्षेत्र की स्थिरता प्रभावित हो सकता है, ऐसे में हम इस पर करीबी नजर बनाए हुए हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा, चीन और भूटान के बीच इस क्षेत्र को लेकर विवाद है, जहां तक भारत की भूमिका की बात है, तो हम मानते हैं कि वह भूटान के साथ अपने द्विपक्षीय समझौते के आधार पर ही इस मामले में दखल दे रहा है।
भारत और चीन के बीच चल रहे सीमा विवाद के बीच जापान ने भी भारत का समर्थन करने का ऐलान किया है। जापान के राजदूत केंजी हीरामत्सू ने भारत का समर्थन करते हुए कहा है कि डोकलाम को लेकर पिछले करीब दो महीनों से तनातनी जारी है। हमारा मानना है कि इससे पूरे क्षेत्र की स्थिरता प्रभावित हो सकता है, ऐसे में हम इस पर करीबी नजर बनाए हुए हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा, चीन और भूटान के बीच इस क्षेत्र को लेकर विवाद है, जहां तक भारत की भूमिका की बात है, तो हम मानते हैं कि वह भूटान के साथ अपने द्विपक्षीय समझौते के आधार पर ही इस मामले में दखल दे रहा है।
दक्षिण चीन सागर में चीन की दादागिरी से परेशान आस्ट्रेलिया भी युद्ध की स्थिति में भारत का सहयोग कर सकता है। हाल ही में भारत दौरे पर आईं आस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री जूली बिशप ने चीन को संदेश देते हुए कहा था कि उसको डोकलाम मुद्दे पर भारत के साथ बातचीत करनी चाहिए।
वियतनाम
पीएम मोदी की विदेश यात्राओं का भी चीन के साथ सीमा विवाद पर भारत को लाभ मिल रहा है। 2016 में वियतनाम की यात्रा करने के बाद दोनों देशों के संबंधों में मजबूती आई है। दक्षिण चीन सागर को लेकर भी वियतनाम के रिश्ते चीन के साथ तल्ख रहते हैं। भारत, वियतनाम को आकाश मिसाइल भी दे सकता है। ऐसे में वियतनाम भारत का साथ दे सकता है।
पीएम मोदी की विदेश यात्राओं का भी चीन के साथ सीमा विवाद पर भारत को लाभ मिल रहा है। 2016 में वियतनाम की यात्रा करने के बाद दोनों देशों के संबंधों में मजबूती आई है। दक्षिण चीन सागर को लेकर भी वियतनाम के रिश्ते चीन के साथ तल्ख रहते हैं। भारत, वियतनाम को आकाश मिसाइल भी दे सकता है। ऐसे में वियतनाम भारत का साथ दे सकता है।