बता दें कि मायावती दिल्ली से लखनऊ आने पर 13-A माल एवेन्यू स्थित कांशीराम यादगार विश्राम स्थल में रहती थी लेकिन सुप्रीम कोर्ट के आदेश आने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री को आवंटित सरकारी बंगला खाली करना पड़ा था। सुप्रीम कोर्ट ने यूपी के सभी पूर्व मुख्यमंत्रियों को बंगला खाली करने का आदेश दिया था। इसके बाद सभी पूर्व मुख्यमंत्रियों ने अपना बंगला खाली किया था। अखिलेश यादव और मुलायम सिंह यादव ने भी बंगला खाली कर दिया था।
बसपा की तरफ यह बताया गया कि मायावती को बतौर पूर्व मुख्यमंत्री 6, लाल बहादुर शास्त्री मार्ग वाला बंगला आवंटित किया गया है। बसपा की तरफ से राज्य संपत्ति विभाग को 19 मई को स्पीड पोस्ट से इसकी चाभियां भेजकर इसे खाली करने की बात कही गई लेकिन राज्य संपत्ति विभाग ने 13-A माल एवेन्यू को ही उनका सरकारी आवास माना था। इसके बाद से मायावती जोनल कोआर्डिनेटरों या पार्टी पदाधिकारियों संग बैठकेंदिल्ली में ही कर रही हैं। सूत्रों का कहना है कि उनका नया मकान बनाने का काम चल रहा है इसीलिए वह लखनऊ नहीं आ रही हैं। नए मकान का काम अब अंतिम चरणों में है।
बिना इजाजत के नहीं आता था कोई अंदर बिना इजाजत के मायावती किसी को भी अंदर नहीं जाने देती थी। बंगले में वह प्रेस कॉन्फ्रेंस भी बाहर लॉबी में ही करती थीं। मीडियाकर्मियों को वहां तक भी भारी तलाशी के बाद जाने दिया जाता था। लॉबी से अंदर जाने पर लोगों के चप्पल-जूते भी उतरवाए जाते थे।
खाली करने से पहले मायावती ने घुमाया था बंगला मायावती ने इसी घर के चप्पे-चप्पे को मीडिया को दिखाया था। यह सबके लिए चौंकने वाली बात थी लेकिन खुद मायावती ने अगुवाई की और पत्रकारों को साथ लेकर एक-एक कमरा दिखाया था। करीब आधे घंटे तक मायावती ने पूरा बंगला दिखाया। साथ में बसपा महासचिव सतीश चंद्र मिश्र भी थे। इस बीच मायावती कमरों से जुड़े तथ्यों से भी अवगत कराती रहीं थी।