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भाजपा शासन में बना पुल एक साल में ही हुआ क्षतिग्रस्त, सांसद ने सपा सरकार पर ही आरोप लगा दिया

locationकौशाम्बीPublished: Jun 23, 2019 08:09:58 pm

Submitted by:

Ashish Shukla

मामले की गहराई से जांच की गई तो कई अफसरों की खैर नहीं होगी

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भाजपा शासन में बना पुल एक साल में ही हुआ क्षतिग्रस्त, सांसद ने सपा सरकार पर ही आरोप लगा दिया

कौशांबी. भरवारी कस्बे के नजदीक बना रेलवे ओवर ब्रिज जिस तरह से ग्रस्त हुआ है उससे यह साफ जाहिर होता है पुल के निर्माण में व्यापक अनियमितता बरती गई। सपा शासनकाल में बनाया गया पल भाजपा शासन काल में जिला प्रशासन को कार्रदाई संस्थान ने हैंडओवर किया था। सवाल यह कि जिला प्रशासन ने हैंडओवर के समय पुल के गुणवत्ता की जांच सही तरीके से नहीं किया था। जिसका परिणाम आप सबके सामने है। मामले की गहराई से जांच की गई तो कई अफसरों की खैर नहीं होगी।
दिल्ली हावड़ा रूट पर रोही क्रासिंग के बगल में बने ओवर ब्रिज को उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम ने बनाया था। 35 करोड़ 26 लाख रुपए की लागत से बनाए गए पुल को मार्च 2018 में आम जनता के लिए खोला गया। जिस समय पुल का निर्माण किया जा रहा था उसी समय स्थानीय लोगों ने जिला प्रशासन से लेकर जनप्रतिनिधियों तक अनियमितता की शिकायत किया था। इसके बाद भी किसी ने जांच करना मुनासिब नहीं समझा। लगभग डेढ़ साल में ही पुल जिस तरह से क्षतिग्रस्त हुआ है उससे साफ जाहिर है लोगों के शिकायत निराधार नहीं थे। सवाल यह उठता है कि पुल के क्षतिग्रस्त होने का असली जिम्मेदार कौन है? निर्माण करने वाली संस्था या फिर जिले के वह अधिकारी जिन्होंने इस पुल को हैंडओवर लिया। अब देखने वाली बात यह होगी कि जांच किसे सौंपी जाएगी और कब पूरी होगी। सबसे बड़ा सवाल यह कि दोषियों के खिलाफ ऐसी कार्रवाई कब तक की जाएगी।
सांसद ने सपा शासनकाल पर फोड़ा ठीकरा

भाजपा सांसद विनोद सोनकर ने अनियमितता का ठीकरा सपा सरकार पर फोड़ा है। उन्होंने कहा कि पुल निर्माण में अनियमितता बरती है है। इनकी उच्च स्तरीय जांच करवा दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही कराएंगे। जबकि पुल को भाजपा शासनकाल में हैंडओवर किया गया है। पुल चालू भी भाजपा शासनकाल में हुआ है। ऐसे में सवाल यह कि जब पुल का निर्माण सही तरीके से नही हुआ तो भाजपा शासनकाल में अधिकारियों ने अपने हैंडओवर कैसे कर लिया। डीएम मनीष कुमार वर्मा ने भी माना कि पुल निर्माण में अनियमितता बरती गई है। फिलहाल जांच कमेटी बना दी गई है। रिपोर्ट आने पर कार्यवाही की जाएगी।
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