scriptसीएम योगी के चलते पानी की टंकी में चढ़ा अन्नदाता | farmers climbed on water tank for fulfill their demands | Patrika News

सीएम योगी के चलते पानी की टंकी में चढ़ा अन्नदाता

locationकानपुरPublished: Nov 04, 2018 04:10:28 pm

Submitted by:

Vinod Nigam

बिधनू थानाक्षेत्र के न्येरी गांव में मुआवजे को लेकर किसानों ने किया प्रदर्शन, पानी की टंकी पर चढ़कर अनशन पर बैठे। अधिकारी भी मौके पर पहुंचे।
 

farmers climbed on water tank for fulfill their demands

सीएम योगी के चलते पानी की टंकी में चढ़ा अन्नदाता

कानपुर। ऊपरवाले के चलते अन्नदाता पहले ही बेसुध है अब नीचेवाले राजा भी उनका उत्पीड़न कर रहे हैं। इसी के चलते सैकड़ों किसान सड़क पर उतर आए और सीएम योगी आदित्यनाथ और उनकी सरकार के खिलाफ जमकर हंगामा कर पाटी की टंकी में चढ़ गए। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और उन्हें नीचे उतर आने को कहा। पर वो नहीं मानें और कह दिया, तक मुआवजा नहीं मिलता तब तक हम यहीं पर अनशन पर बैठेंगे।

कॉरीडोर के चलते भूमि की अधिग्रहित
बिधनू थानाक्षेत्र के धमकीफूलपुर से भाऊपुर तक फ्रंटबेरिकेडेड रेलवे कॅरिडोर के चलते सरकार ने किसानों की भूमि में अधिग्रहित कर ली। लेकिन उन्हें अभी तक मुआवजा नहीं मिला। सरकारी अफसरों और जनप्रतिनिधियों के दर पर जा-जाकर थक चुके किसान रविवार को उग्र हो गए और पानी की टंकी के ऊपर अनशन करने का भी एलान किया है। बिस्तर, दाना-पानी लेकर टंकी पर चढ़े किसानों ने पुलिस के पहुंचने पर कूदकर जान देने की धमकी दी तो अफसरों के हाथ पांव फूल गए। किसानों का कहना है कि यदि मांगें पूरी न हुई तो टंकी के ऊपर ही अनशन शुरू कर देंगे। पुलिस ने किसानों को समझाने का प्रयास शुरू करने के साथ ही प्रशासनिक अफसरों को अवगत कराया है।

इसके चलते टंकी के बनाया घर
राष्ट्रीय लोकदल के उपाध्यक्ष राजकुमार तिवारी और किसान नेता रघुबीर यादव की अगुवाई में सैकड़ों किसान न्यूरी गांव स्थित ानी की टंकी पर चढ़कर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। राजकुमार ने बताया कि 26 अगस्त 2010 में भूमि अधिग्रहण से प्रभावित शहर के 37 राजस्व गांव के लगभग पांच हजार किसानों की 144 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया गया था। अधिग्रहण के दौरान अधिकारियों ने प्रभावित किसानों को सर्किल रेट से चार गुना मुआवजा व प्रत्येक परिवार से एक व्यक्ति को योग्यता अनुसार नौकरी देने की बात कही थी लेकिन अभी तक कुछ ऐसा नहीं हुआ है। किसान स्थानीय विधायक कमलरानी वरूण, बीजेपी सांसद देवेंद्र सिंह भोले और डीएम के पास जाकर गुहार लगाई, लेकिन किसी ने सुनवाई नहीं की। इसी के कारण अब किसान योगी सरकार के खिलाफ आर-पार की लड़ाई करने के उदेश्य से अपने घरों से बाहर निकला है।

मुआवजे के साथ वापस करें मुकदमा
राजुकमार ने बताया कि पिछले दिनों हम किसान मुआवजे को लेकर एसडीएम ऑफिस पहुंचे। जहां एसडीएम ने सुनवाई के बजाए हम पर मुकदमे दर्ज करा दिए। हमारी मांग है कि किसानों के खिलाफ दर्ज एफआईआर वापस की जाएं। साथ ही सरकार द्वारा 2013 के भूमि अधिग्रहण कानून के अंतर्गत प्रभावित किसानों को मुआवजा राशि का भुगतान किया जाए। इसके साथ किसान परिवार के सदस्य को नौकरी दी जाए। राजकुमार ने बताया कि मुआवजे को लेकर लंबे समय न्याय का इंतजार कर रहे किसानों के धैर्य का सब्र टूट चुका है। जल्द से जल्द सरकार फैसला नहीं करती तो हम लोग पानी की टंकी से छलांग लगाकर खुदकुशी कर लेंगे और इसके जिम्मेदार प्रदेश के सीएम होंगे।

तब तक नहीं उतरेंगे
किसानों के पानी की टंकी पर चढ़कर धरना प्रदर्शन की जानकारी पर पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची। पुलिस ने किसानों को नीचे उतारने का प्रयास किया तो किसान टंकी से कूदकर जान देने की धमकी देने लगे। इससे पुलिस कर्मियों के हाथ पांव फूल गए और तुरंत प्रशासनिक अफसरों को मामले से अवगत कराया। किसानों ने कहा कि मांगें पूरी न होने तक वे टंकी पर ही अनशन शुरू कर देंगे। जबतक मांगें पूरी नहीं होगी तब तक टंकी से नहीं उतरेंगे। मौके पर बिधनू पुलिस मौजूद है। साथ ही जिले से अलाधिकारी भी निकल चुके हैं।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो