मानसरोवर रीको के नीचे होते हुए सांगानेर रेलवे फाटक से सटकर रेलवे लाइन से आगे जाने पर रास्ता सीधे सिनेमा हॉल होते हुए मालपुरा गेट की ओर जाता है। आगे बढ़ते हैं तो बीच में जमा कीचड़ से लगता है कि जैसे गांव में वाहन चला रहे हैं।
एक छोटे व्यवसायी से बात की तो उसने बताया कि पांच साल में नियमित तौर पर झाड़ू लगाने वाले कर्मचारी तो देखे ही नहीं। यहां गोपी नगर का इलाका आता है। उसने कहा… सड़कें हैं, लेकिन सफाई नहीं होने के कारण गंदगी का आलम रहता है। रोड लाइट की इतनी समस्या नहीं है, लेकिन कई बार ये भी बंद रहती हैं। पेयजल की समस्या नहीं है।
बताया। डोर टू डोर कचरा संग्रहण के वाहन के लिए पूछने पर उसने बताया कि उसका कोई समय ही तय नहीं है। मेडिकल स्टोर के संचालक रईस से बात हुई। उसने बताया, उसे इस इलाके में आए इतना समय तो नहीं हुआ। लेकिन यहां आने के बाद यह जरूर देखा कि यहां सफाई तो जैसे होती ही नहीं है। जनप्रतिनिधि थोड़ा ध्यान दें तो लोगों को राहत मिल सकती है।
आबादी हर तरह की
इस इलाके में आबादी करीब करीब हर वर्ग की है। लोग छोटा मोटा व्यवसाय भी करते हैं। अधिकांश परिवार मध्यम व निम्र वर्ग के हैं। जिनमे कुछ नौकरीपेशा और मजदूरी वर्ग के भी हैं। इलाका पूरी तरह मुख्य सांगानेर कस्बे से जुड़ा हुआ है। यही कारण है कि यहां आस-पास के कस्बों और गांवों से आकर रह रहे लोग भी बड़ी संख्या में हैं। निम्न व मध्यमवर्गीय आबादी अधिक होने के कारण लोग विचारधारा से भी प्रभावित हैं तो छोटी-छोटी समस्याओं के निस्तारण के प्रति भी सजग हैं।
इस इलाके में आबादी करीब करीब हर वर्ग की है। लोग छोटा मोटा व्यवसाय भी करते हैं। अधिकांश परिवार मध्यम व निम्र वर्ग के हैं। जिनमे कुछ नौकरीपेशा और मजदूरी वर्ग के भी हैं। इलाका पूरी तरह मुख्य सांगानेर कस्बे से जुड़ा हुआ है। यही कारण है कि यहां आस-पास के कस्बों और गांवों से आकर रह रहे लोग भी बड़ी संख्या में हैं। निम्न व मध्यमवर्गीय आबादी अधिक होने के कारण लोग विचारधारा से भी प्रभावित हैं तो छोटी-छोटी समस्याओं के निस्तारण के प्रति भी सजग हैं।
कुल मतदान
902 वोट
कांग्रेस को मिले
741 वोट बूथ नम्बर 213
ये तो आप ही देख रहे हैं, कितना विकास हुआ
इस बूथ के क्षेत्र के लिए सांगानेर स्टेशन के पास से ही दादूदयाल नगर की ओर प्रवेश किया। कोने पर ही एक पान की दुकान पर इलाके के बारे में पूछने पर बताया कि करीब दो किलोमीटर चलने के बाद सुमेर नगर, बालाजी विहार, कृष्णा नगर आदि इलाके हैं, जो दादू दयाल नगर से सटे हैं।
902 वोट
कांग्रेस को मिले
741 वोट बूथ नम्बर 213
ये तो आप ही देख रहे हैं, कितना विकास हुआ
इस बूथ के क्षेत्र के लिए सांगानेर स्टेशन के पास से ही दादूदयाल नगर की ओर प्रवेश किया। कोने पर ही एक पान की दुकान पर इलाके के बारे में पूछने पर बताया कि करीब दो किलोमीटर चलने के बाद सुमेर नगर, बालाजी विहार, कृष्णा नगर आदि इलाके हैं, जो दादू दयाल नगर से सटे हैं।
इतना चलने के दौरान बीच में रिहायशी कॉलोनियां काफी कम नजर आई। कुछ ही देर में सुमेर नगर में प्रवेश किया। यहां सड़कें तो बनी हुई हैंै, लेकिन बारिश के कारण कई जगह से टूटी हुई हैं। इलाके में बसावट अच्छी है।
लेकिन दूर-दूर तक सड़क के दोनों और दुकानें और राहगीरों के नाम पर इक्का दुक्का लोग ही नजर आए। आगे चलने पर एक तरफ की चौड़ाई बढ़ाने के लिए सड़क खुदी हुई नजर आई।चौराहे परएक दुकान पर बैठे व्यक्ति से बात शुरू की। उन्होंने कहा कि ५ साल के विकास की बात कर रहे हो…ये तो आप खुद ही देख सकते हो। यहां का नियमन हो चुका है…लेकिन विकास के नाम पर हमें कुछ नहीं मिला।
कुल मतदान
1095 वोट
भाजपा को मिले
751 वोट
1095 वोट
भाजपा को मिले
751 वोट