कांग्रेस-बीजेपी के लिए बसपा रहेगी सबसे बड़ी चुनौती
बहुजन समाज पार्टी भी इस चुनाव में महत्वपूर्ण मानी जा रही है। बसपा ने गत 7 दिसम्बर को जिले की 10 विधानसभा सीटों पर हुए चुनाव में दो सीटें जीतकर अपना राजनीतिक प्रभुत्व दिखा दिया है। बसपा के किशनगढ़ बास विधानसभा सीट से दीपचंद खैरिया और तिजारा विधानसभा सीट से संदीप यादव चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं।
बहुजन समाज पार्टी भी इस चुनाव में महत्वपूर्ण मानी जा रही है। बसपा ने गत 7 दिसम्बर को जिले की 10 विधानसभा सीटों पर हुए चुनाव में दो सीटें जीतकर अपना राजनीतिक प्रभुत्व दिखा दिया है। बसपा के किशनगढ़ बास विधानसभा सीट से दीपचंद खैरिया और तिजारा विधानसभा सीट से संदीप यादव चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं।
इस वजह से स्थगित हुए थे चुनाव
15वीं विधानसभा के लिए गत 7 दिसम्बर को हुए चुनाव से पहले 29 नवम्बर को बसपा प्रत्याशी लक्ष्मण सिंह के निधन से रामगढ़ क्षेत्र में चुनाव स्थगित होने के बाद अब मतदान 28 जनवरी को कराया जाएगा। चुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव जुबेर खान की पत्नी साफिया खान चुनाव मैदान में है जबकि लक्ष्मणगढ़ के पूर्व प्रधान सुखवंत सिंह को भाजपा ने अपना उम्मीदवार बनाया है।
15वीं विधानसभा के लिए गत 7 दिसम्बर को हुए चुनाव से पहले 29 नवम्बर को बसपा प्रत्याशी लक्ष्मण सिंह के निधन से रामगढ़ क्षेत्र में चुनाव स्थगित होने के बाद अब मतदान 28 जनवरी को कराया जाएगा। चुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव जुबेर खान की पत्नी साफिया खान चुनाव मैदान में है जबकि लक्ष्मणगढ़ के पूर्व प्रधान सुखवंत सिंह को भाजपा ने अपना उम्मीदवार बनाया है।
भाजपा ने विधायक ज्ञानदेव आहूजा का टिकट काटकर नए चेहरे सुखवंत सिंह को चुनाव मैदान में उतारा। इसके अलावा आम आदमी पार्टी से विश्वेंद्र सिंह सहित 20 प्रत्याशी चुनाव मैदान में होंगे। इस चुनाव में अब केवल बसपा प्रत्याशी का ही नामांकन भरा जाएगा जबकि शेष पहले नामांकन भर चुके प्रत्याशियों को दुबारा नामांकन भरने की आवश्यकता नहीं होगी।
जगत सिंह के प्रत्याशी बनने की चर्चाएं
पूर्व केन्द्रीय मंत्री नटवर सिंह के पुत्र एवं भाजपा के विधायक रहे जगत सिंह दायमा को बसपा प्रत्याशी बनाए जाने की संभावना जताई जा रही है। दायमा बसपा के उम्मीदवार होते हैं तो इस क्षेत्र में त्रिकोणात्मक मुकाबला होने के आसार बन जायेंगे। लक्ष्मण सिंह चौधरी के परिजन भी टिकट की मांग कर रहे हैं। अब सभी की नजर इसी पर टिकी है कि बसपा किसे अपना प्रत्याशी घोषित करती हैं।
पूर्व केन्द्रीय मंत्री नटवर सिंह के पुत्र एवं भाजपा के विधायक रहे जगत सिंह दायमा को बसपा प्रत्याशी बनाए जाने की संभावना जताई जा रही है। दायमा बसपा के उम्मीदवार होते हैं तो इस क्षेत्र में त्रिकोणात्मक मुकाबला होने के आसार बन जायेंगे। लक्ष्मण सिंह चौधरी के परिजन भी टिकट की मांग कर रहे हैं। अब सभी की नजर इसी पर टिकी है कि बसपा किसे अपना प्रत्याशी घोषित करती हैं।
राज्य में कांग्रेस की सरकार बनते ही बसपा ने बिना मांगे समर्थन दिया है। चुनाव के लिए तीन से दस जनवरी तक बसपा प्रत्याशी अपना नामांकन भर सकेगा। ग्यारह जनवरी को नामांकन पत्र की जांच होगी तथा चौदह जनवरी तक नाम वापस लिया जा सकेगा। 28 जनवरी को मतदान सुबह आठ से सायं पांच बजे तक होगा। इस सीट पर दो लाख 35 हजार 598 मतदाता अपने फोटोयुक्त पहचान पत्र के जरिए मताधिकार का प्रयोग करेंगे जिसमें एक लाख 24 हजार 613 पुरुष तथा एक 10 हजार 497 महिला मतदाता शामिल है। इसके लिए क्षेत्र में 278 मतदान केंद्रों पर वोट डाले जाएंगे।