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बकाएदारों से नहीं हो सकी राजस्व वसूली तो विद्युत अधिकारियों ने निकाला ऐसा रास्ता, जिसके बाद ग्रामीणों को सर्दी में आ गया पसीना

locationफिरोजाबादPublished: Dec 29, 2018 10:42:00 am

— फरिहा क्षेत्र में विद्युत विभाग द्वारा 2011 में खिंचवाए गए विद्युत तार, 2017 में छोड़ी गई लाइट, अब छह साल का बनाकर भेज दिया बिल, बिल देखकर ग्रामीण रह गए हैरान।

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फिरोजाबाद। योगी सरकार में विद्युत विभाग के अधिकारी और कर्मचारी निरंकुश हैं। इसका खामियाजा क्षेत्र के लोगों को भुगतना पड़ रहा है। अपनी कमियों को छिपाने के लिए विद्युत विभाग ग्रामीणों को अलग बिल भेजकर उनसे राजस्व वसूली को दबाव बना रहा है। ऐसा किसी एक गांव में नहीं बल्कि अन्य गांव और नगरों में भी हो रहा है।
फरिहा क्षेत्र का यह है मामला
फरिहा थाना क्षेत्र के गांव दभारा में बिजली फीडर पर ग्रामीणों ने हंगामा किया। ग्रामीणों का कहना है कि विभाग द्वारा गांव में 2011 में विद्युत तार खिंचवा दिए थे। उसके बाद विद्युत आपूर्ति सुचारू नहीं की गई गई थी। बिजली के लिए ग्रामीणों ने अधिकारियों के चक्कर लगाए लेकिन हर बार आश्वासन ही मिलता रहा। 2017 में विद्युत मीटर लगाकर विद्युत आपूर्ति सुचारू कर दी गई।
एक साथ भेजा छह साल का बिल
ग्रामीणों का आरोप है कि 2011 में हमारे गांव में कनेक्शन हुए थे तब से अभी तक ना लाइट गई और न मीटर चालू हुये। जबकि 2017 में लाइट मीटर में छोड़ी गई और विद्युत विभाग की तरफ से आई टीम ने घर घर जाकर उपभोक्ताओं के मीटर रीडिंग से बिल निकाला तो 2011 से आज तक का बिल हाथों में थमा गये। किसी उपभोक्ता के 30000 हजार किसी के 35000 हजार तो किसी के 42000, 32000 का बिल दे दिया और कहा कि अगर पैसा नही जमा किया तो उनके खिलाफ कड़ी से कडी कानूनी कार्यवाही की जायेगी।
ग्रामीणों ने की शिकायत
ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी जनसुनवाई पोर्टल पर और 1076, 1912 पर भी शिकायत की गई है कहना है मगर कोई सुनवाई नही हुई। ग्रामीणों ने जमकर विद्युत विभाग के खिलाफ नारेबाजी की और कहा कि गांव में अगर कोई तार टूटता है तो उसको जोड़ने के लिए हमसे पैसे लिए जाते है अगर पैसा नही देते है तो कोई जोड़ने के लिए तैयार नही होता है। कोई न कोई बहाना लगा देते हैं। विद्युत विभाग की बहुत लापरवाही चल रही है।
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