क्या है टॉफेल
ऐसे स्टूडेंट्स जिनकी मातृभाषा अंग्रेजी नहीं होती और इसे सेकंड लैंग्वेज के तौर पर प्रयोग में लेकर फॉरेन स्टडीज करना चाहते हैं, उनके लिए इस टेस्ट की तैयारी मददगार होती है। इस टेस्ट के जरिए देखा जाता है कि स्टूडेंट की स्टैंडर्ड अमरीकन इंग्लिश भाषा पर पकड़ कितनी मजबूत है। 130 से भी ज्यादा देशों में शिक्षा हासिल करने के लिए यह टेस्ट पास करना होता है। खास बात यह है कि करीब 7,500 से भी ज्यादा यूनिवर्सिटी व कॉलेज इस टेस्ट को प्रवेश के लिए मान्यता देती है।
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पेपर व टेस्ट पैटर्न
परीक्षा अवधि अब 30 मिनट कम करने के बाद तीन घंटे की हो गई है। साथ ही सवालों के तीन सेक्शन शामिल कर दिए गए हैं। जिसमें रीडिंग (पढऩा), लिसनिंग (सुनना) और स्पीकिंग (बोलना) मुख्य रूप से शामिल हैं। टेस्ट 01 अगस्त से पहले और बाद में होगा। पहले होने वाले टेस्ट में 60-80 मिनट के रीडिंग सेक्शन में 3-4 रीडिंग पैसेज और 12-14 प्रश्न पूछे जाएंगे। 60-90 मिनट के लिसनिनंग सेक्शन में 4-6 लेक्चर में से प्रत्येक में से 6 सवाल व 2-3 कंवर्सेशन में प्रत्येक में से 5 प्रश्न पूछे जाएंगे।
20 मिनट के स्पीकिंग सेक्शन में 6 टास्क (2 इंडिपेंडेंट व 4 इंटीग्रेटेड) होंगे। 01 अगस्त के बाद के टेस्ट में 54-72 मिनट के रीडिंग सेक्शन में 3-4 रीडिंग पैसेज और 10 प्रश्न पूछे जाएंगे। 41- 57 मिनट के लिसनिंग में 3-4 लेक्चर में से प्रत्येक में से 6 सवाल व 2-3 कंवर्सेशन में प्रत्येक में से 5 प्रश्न पूछे जाएंगे और 17 मिनट के स्पीकिंग सेक्शन में 4 टास्क (1 इंडिपेंडेंट व 3 इंटीग्रेटेड) शामिल होंगे। इसके अलावा राइटिंग सेक्शन पहले जैसा ही रहेगा जिसमें 50 मिनट के 2 टास्क होंगे।