घटना की सूचना मिलने पर मोहन नगर पुलिस धमधा रोड में अम्बर टायर दुकान पहुंची। दुकान में सीसी टीवी कैमरा लगा है। फुटेज देखने पर आत्महत्या करने का खुलासा हुआ। सुबह दुकान पहुंचते ही दुकाने में रखे बिल बुक का दो पन्ना निकाला और सुसाइडल नोट लिखा। फिर टेबल पर रखी डिब्बी से कुछ गोलियां निकाली और निगल लिया।
सुसाइडल नोट में व्यापारी ने मोहनलाल और सुखदेव लाल को परिवार का ध्यान रखने का अनुरोध किया है। साथ ही उसने परिवार के सदस्यों को आलमारी में रखे खाता बही पुलिस को सौंपने कहा है। मित्रों से कहा है कि वह दुकान का संचालक है, इसलिए हिसाब किताब कर जो भी इनकम हो वह राशि उसके परिजनों को सौंप दे।
जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि प्रेमचंद ने अपने हिसाब किताब वाला बही खाता घर के आलमारी में रखा है। इसमें किस व्यक्ति से कितना लेना है, और किसे कितना देना है उसकी पूरी जानकारी है। पुलिस ने अभी उस डायरी को जब्त नहीं किया है। सीएसपी दुर्ग विवेक शुक्ला ने बताया कि पत्र में किसी व्यक्ति के नाम या फिर सूदखोर के नाम का उल्लेख नहीं किया गया है। खाता बही देखने और परिवार के सदस्यों का बयान लेने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी। मामला गंभीर है। सूक्ष्मता से जांच की जा रही है। जांच के लिए हमने बिन्दु भी निर्धारित किए हैं।