रिपोर्ट कहती है कि म्यूचुअल फंड, सावधि जमा, शेयर बाजार, बॉन्ड, पीपीएफ, जीवन बीमा, स्वास्थ्य बीमा और रिटायरमेंट प्लान जैसे वित्तीय एसेट में अब भी भारत के लोग बहुत ज्यादा रुचि नहीं दिखा रहे हैं।
वित्तीय एसेट में कुल आवंटन का महज 5 फीसदी धन ही लगा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि पढ़े-लिखे भी वित्तीय एसेट्स की तुलना में सोने में भी पैसे लगाना पसंद करते हैं। यदि कोई ज्यादा अमीर भी हो जाता है तो वह सोने में से पैसा निकाल कर रियल एस्टेट में लगाना पसंद करता है। वित्तीय एसेट में वह फिर भी निवेश नहीं करता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि बचत की आदतों के चलते सोना और जमीन की कीमतों पर दबाव पड़ता है और उनकी कीमतें ज्यादा बढ़ जाती हैं।
राज्य – रियल एस्टेट – सोना – वित्तीय संपत्ति – रिटायरमेंट प्लान
राजस्थान – ७९.४% – ९.५% – १.४% – १.७%
मध्यप्रदेश – ८२.२% – ७.४% – २.७% – १.१%
छत्तीसगढ़ – ८१.७% – ६.८% – २.७% – १.१%
उत्तर प्रदेश – ८५.४% – ५.६% – १.८% – १.५%