जनार्दन रेड्डी पर कार्रवाई के लिए 20 दिन तक पुलिस ने किया इंतजार
क्या है पूरा मामला
बेंगलुरु पुलिस कमिश्नर ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि 2016-17 में निवेशकों के पैसे से एम्बिडेंट कंपनी बनी थी। कंपनी ने निवेशकों को हर महीने 30-40 प्रतिशत पैसा वापस करने का भरोसा दिलाया था। जब उसने निवेशकों के पैसे नहीं लौटाए तो कुछ लोगों ने कंपनी पर केस किया। इसी सिलसिले में जनवरी 2017 में ईडी ने कंपनी पर छापे मारे। अब यह केस क्राइम ब्रांच के पास है। क्राइम ब्रांच को पता चला कि इस दौरान एम्बिट कंपनी ने 18 करोड़ रुपए का ट्रांजैक्शन अंबिका ज्वेलर्स के रमेश कोठारी को किया था। जब कोठारी से बाबात पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि ट्रांसफर कर दिया था। जब कोठारी से इस सिलसिले में पूछताछ की गई तो उसने बताया कि उसने इसके बदले 57 किलो सोना जनार्दन रेड्डी के पीए अली को दिया था।