आमजन के अभाव अभियोग सुनने तथा उनका मौके पर ही हरसंभव निस्तारण करने के उद्देश्य से लगाई जाने वाली रात्रि चौपाल मंगलवार को गूंगा में एक बार फिर अपरिहार्य कारणों से स्थगित कर दी गई है। अपरिहार्य कारणों व गूंगा की रात्रि चौपाल का बीते एक वर्ष से ऐसा संयोग बैठ रहा हैं कि इस चौपाल के लिए हर बार तारीख मुकर्रर की जाती हैं, परंतु जिस दिन इस चौपाल की तिथि आती हैं, उसके ठीक सुबह जिला कलक्टर कार्यालय की ओर से इसके स्थगित होने का समाचार प्रसारित कर दिया जाता हैं। एेसे में 12 माह में ऐसा लगातार छठी बार जिला कलेक्टर की बाट जोह रहे गूंगा, हड़वा व राजडाल के ग्रामीणों को मायूस लौटना पड़ा।
कब-कब हुई स्थगित गौरतलब है कि गूंगा में रात्रि चौपाल का कार्यक्रम पूर्व में भी 29 मार्च, 6 अप्रेल , 30 अगस्त, 7 अक्टूबर व 18 नवंबर को भी अपरिहार्य कारणों का हवाला देकर एनवक्त पर स्थगित कर दिया गया था। और अब 14 मार्च को होने वाली चौपाल भी स्थगित कर दिए जाने से कई फरियादीयों को अपने अभ्यावेदन लेकर जिला मुख्यालय का रूख करना पड़ेगा।
नहीं हुआ निरीक्षण गूंगा में कलक्टर की रात्रि चौपाल से पूर्व स्थानीय पंचायत समिति कार्यालय व उपखंड कार्यालय का वार्षिक निरीक्षण भी जिला कलक्टर किया जाना था। इसको लेकर अधिकारियों ने होली के बाद सुबह निर्धारित समय से पूर्व कार्यालयों में पहुंच कार्यालयों की सफाई के साथ आवश्यक कार्य पूर्ण करने के साथ विभिन्न तैयारियां की, लेकिन जिला कलक्टर का कार्यक्रम स्थगित हो जाने से सब तैयारियां धरी रह गई।