scriptपानी के लिए फूट पड़ा लोगों का आक्रोश, हांथों में लाठी लेकर निकली महिलाएं, जमकर हंगामा | Protest for water in Chitrakoot | Patrika News

पानी के लिए फूट पड़ा लोगों का आक्रोश, हांथों में लाठी लेकर निकली महिलाएं, जमकर हंगामा

locationचित्रकूटPublished: Jun 06, 2019 12:32:09 pm

– पानी के लिए मचा हाहाकार
– हांथों में लाठी लेकर पहुंची महिलाओं ने किया चक्काजाम
– अधिकारियों के आश्वासन पर स्थिति हुई नियंत्रित

Protest for water in Chitrakoot

पानी के लिए फूट पड़ा लोगों का आक्रोश, हांथों में लाठी लेकर निकली महिलाएं, जमकर हंगामा

चित्रकूट . झुलसाती गर्मी आसमान से बरसती आग के बीच व्याप्त पेयजल संकट ने बुन्देलखण्ड को हलकान कर रखा है। दूसरी तरफ जिम्मेदारों की उदासीनता इस संकट में कोढ़ में खाज का काम कर रही है जिससे अब लोगों का आक्रोश सड़क पर खुलकर सामने आने लगा है। कुछ ऐसी ही हालत है जनपद के पाठा क्षेत्र की जहां भीषण पेयजल संकट उत्पन्न हो गया है और पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है। प्रशासनिक कवायदें भी नाकाफी साबित हो रही हैं तो वहीं इस संकट से निपटने वाले जिम्मेदारों की गैर जिम्मेदाराना कार्यशैली के चलते जनता का संयम अब जवाब देने लगा है।

हांथों में लाठी लेकर पहुंची महिलाओं ने किया चक्काजाम

पाठा क्षेत्र (मानिकपुर मारकुंडी बहिलपुरवा) के ग्रामीण से लेकर कस्बाई इलाकों तक विकराल रूप ले चुके पेयजल संकट से निपटने में सारी कवायदें शून्य साबित हो रही हैं। पानी की भीषण किल्लत ने लोगों को हलकान कर रखा है। विभागीय उदासीनता आग में घी का काम कर रही है। परिणामतः मंगलवार को लोगों का सब्र जवाब दे गया और बड़ी संख्या में एकत्र हुए पुरुष व महिलाओं ने जल संस्थान का घेराव नारेबाजी कर चक्काजाम कर दिया। लोगों के आक्रोश को देखकर कर्मचारियों की सांसें भी फूल गईं। महिलाओं में खासा आक्रोश देखने को मिला पेयजल संकट को लेकर।

अधिकारियों के आश्वासन पर स्थिति हुई नियंत्रित

आर पार की लड़ाई लड़ने के मूड में जल संस्थान का घेराव करने पहुंचे आक्रोशित लोगों को शांत कराने के लिए एसडीएम तहसीलदार व जलसंस्थान के उच्चाधिकारी मौके पर पहुंचे और आश्वासन दिया कि जल्द से जल्द समस्या जा निस्तारण किया जाएगा। उधर प्रदर्शनकारियों का कहना था कि पेयजल संकट तो है ही लेकिन विभागीय उदासीनता के चलते भी पानी की सप्लाई बाधित हो रही है और कई बार इस बारे में शिकायत करने के बावजूद भी कोई सुनवाई नहीं हुई। तहसीलदार मानिकपुर अजय कटियार ने कहा कि लोगों को समझा बुझाकर शांत कराया गया और नियमित पेयजल आपूर्ति का आश्वासन दिया गया है। उधर जल संस्थान के जिम्मेदारों ने विद्युत आपूर्ति का रोना रोते हुए पेयजल आपूर्ति बाधित होने की बात कही लेकिन प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना था कि जब विद्युत आपूर्ति ठीक भी रहती है तब भी पेयजल संकट बना रहता है जो जल संस्थान की उदासीनता साफ बयां करता है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो