पुलिस पुछताछ में सामने आया कि यह बिहार की पूरी गैंग है जो नकल गिरोह बनाकर अन्य अभ्यर्थियों के स्थान पर परीक्षा देकर परीक्षा उत्तीर्ण करवाई जाती है। पुलिस ने गिरोह के 6जनों को तो गिरफ्तार कर लिया लकिन मुख्य सरगना फरार हो गया।
ऐसे गए धरे-
बूंदी शहर के एम्मानुएल सीनियर सैकेंड्री स्कूल में परीक्षा के दौरान वीक्षक ने जब संतोष मीणा का पहचान पत्र देखा तो परीक्षा में बैठने वाले अभ्यर्थी की फोटो से मिलान नही हुआ जिस पर वीक्षक ने पुलिस को सुचना दी और पुलिस ने मौके पर रिकोर्ड देखा ।
उनके प्रवेश पत्र व फोटो से हस्ताक्षर मिलान नही होने पर पुलिस अभ्यर्थी से सख्ती से पेश आई जिस पर फर्जी अभ्यर्थी ने पुलिस को सारा सच बता दिया सामने आया कि एक ओर फर्जी अभ्यर्थी हायर सेकेंड्री स्कूल में परीक्षा दे रहा है।
पुलिस अधीक्षक ओम प्रकाश ने पुरे मामले का खुलासा करते हुए बताया कि संतोष मीणा निवासी करौली जिले के रूंदपुरा मासलपुर के स्थान पर रितेश उर्फ आदित्य जो कुंचगांव थाना बासलीगंज जिला नालन्दा बिहार का निवासी है।
इसी के साथ राजकीय सीनियर सैकेड्री स्कूल परीक्षा केंद्र पर विरेन्द्र मीणा निवासी शेखपुरा जिला करौली के स्थान पर सुंधाशु मीणा जो बिहार का ही रहने वाला है परीक्षा देने के लिए केंद्र के बाहर खड़ा था इसी के साथ इनके सहयोगी अखलेश, धर्मेन्द्र, हेमसिंह को गाड़ी के साथ धर दबोचा। बिहार की इस गैंग द्वारा नकल गिरोह बनाकर अन्य अभ्यर्थियों के स्थान पर परीक्षा देकर परीक्षा उत्तीर्ण करवाई जाती है।
पुलिस को इस नक़ल गिरोह से और भी बड़े खुलासे होने की उम्मीद है हिरासत में लिए आरोपियों से पुलिस कड़ी पूछताछ कर रही है। दो चरणों में आयोजित परीक्षा में करीब 5064 अभ्यर्थी शामिल हुए। सुबह 8से11 की प्रथम पारी में 3245 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी। 1819 अनुपस्थित रहें जबकि द्वितीय पारी में 3231उपस्थित रहें और 1833 अनुपस्थित रहें।
सुरक्षा व्यवस्था के पूरें इंतजामात किए गए निगरानी के तौर पर तीन उडऩ दस्ते लगाए गए। परीक्षा प्रभाराी नवनीत जैन ने बताया कि कड़ी सुरक्षा के बीच परीक्षा शांतिपूर्ण सम्पन्न हुई। दो परीक्षा केन्द्रो से सर्तकता के चलते फर्जी अभ्यर्थियों को पकड़ा गया है।