मतदान के नजदीक आते-आते अब बीजेडी और बीजेपी में सीधी टक्कर दिखने लगी है। प्रदीप देबता भी दो की लड़ाई मे तीसरे को फायदा के चक्कर में है। मतदान के दो दिन पहले बीजेडी सुप्रीमो नवीन पटनायक ने प्रचार में ताकत झोंक दी। बरगढ़ के करवट में संबलपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा का प्रभाव बरगढ़ पर भी पड़ा है। मतदान 18 अप्रैल को होना है। यहां का सबसे बड़ा मुद्दा कृषि है।
किसान आत्महत्या की घटनाएं महाराष्ट्र के विदर्भ के बाद सबसे ज्यादा बरगढ़ में होती है। मोदी का भाषण किसान और खेतीबारी पर केंद्रित रहा। लोगों की उम्मीद थी कि वह देश की सुरक्षा, आतंकवाद विषय पर भी मोदी कुछ बोलेंगे पर ऐसा नहीं हुआ जबकि क्षेत्र में चर्चा राष्ट्रवाद की है।
1952 में देश के लिए हुए पहले लोकसभा निर्वाचन के दौरान इस सीट का गठन नहीं हुआ था। 2000 में परिसीमन आयोग की सिफारिशों के बाद 2008 में सीट अस्तित्व में आई। इस लोकसभा क्षेत्र में पदमपुर, बिजेपुर समेत 7 विधानसभा क्षेत्रों को समाहित किया गया है। बरगढ़ सीट पर पिछले लोकसभा चुनाव में बीजेपी के सुभाष चौहान मात्र 11 हजार वोटों से चुनाव हार गए थे। लिहाजा बीजेपी इस बार इस सीट पर जी जान लगा रही है। हालांकि बीजेपी ने इस बार अपना उम्मीदवार बदल दिया है। बीजेडी ने इस बार इस सीट से राज्यसभा सांसद प्रसन्न आचार्य को टिकट दिया है।
प्रसन्न आचार्य का मुकाबला कांग्रेस के प्रदीप देबाता और बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव सुरेश पुजारी से है। बीजेपी से टिकट न मिलने पर सुभाष चौहान बागी हो गए हैं। उन्होंने ऐन मौके पर बीजू जनता दल ज्वाइन कर लिया। सुभाष चौहान के अलावा पार्टी के कई और नेता भी बीजेपी छोड़कर बीजेडी में शामिल हो गए हैं। यही नहीं बीजेपी के बरगढ़ जिला के उपाध्यक्ष प्रशांत कुमार मांझी ने भी बीजेपी छोड़ दी है। अब यहां मुकाबला दिलचस्प हो गया है। बीजेपी को मोदी फैक्टर बड़त दिला रहा है जबकि बीजेडी प्रत्याशी नवीन पटनायक के भरोसे है।
जीत का अंतर- 111,78 वोट
दूसरे स्थान पर- सुभाष चौहान, कांग्रेस
2014 में कुल मतदाता- 14,30,717
पुरुष वोटरों की संख्या- 7,51,140
महिला वोटरों की संख्या- 7,51,140