दीपावली 2019: इस बार चार सर्वार्थ सिद्धि योग, धनतेरस से पहले आ रहा फलदायी सोम और भौम पुष्य नक्षत्र
भोपाल। सोने-चांदी के आभूषण की खरीदी से लेकर किसी भी नए कार्य की शुरुआत करने के लिए अति शुभ माने जाने वाले पुष्य नक्षत्र का संयोग इस बार धनतेरस ( Dhanteras ) से पहले लगातार दो दिन पड़ रहा है।
वहीं दीपावली पर्व ( deepawali ) के नजदीक आते ही बाजारों में रौनक बढऩे लगी है। इस वर्ष त्योहारी सीजन को विशेष बनाने आ रहे चार चार सर्वार्थ सिद्धि योग में से दूसरा आज बुधवार को है।
इस विशेष मुहूर्त में खरीदारी को लेकर शहरवासियों में खासा उत्साह है। बाजार भी सज-धजकर तैयार हैं। पंडितों एवं ज्योतिषियों का कहना है कि इन मुहूर्तों में भूमि, भवन, वाहन, सराफा सहित सभी प्रकार की खरीदारी विशेष फलदायी है।
दीपावली पर सूर्य और चंद्रमा तुला राशि में चित्रा नक्षत्र में रहेंगे। सूर्य और चंद्रमा की ये स्थिति शुभ और उत्तम फल देने वाली है। ज्योतिषियों के मुताबिक तुला संतुलित भाव रखने वाली राशि है और ये राशि न्याय का प्रतिनिधित्व करती है।
वहीं 21 अक्टूबर सोमवार को सोम पुष्य नक्षत्र और 22 अक्टूबर मंगलवार को भौम पुष्य नक्षत्र का संयोग बन रहा है। इस शुभ मुहूर्त में सोना, चांदी और सभी तरह की वस्तुएं खरीदना शुभ फलदायी होगा।
मान्यता के अनुसार नक्षत्रों के राजा माने जाने वाले पुष्य नक्षत्र का सोम और भौम पुष्य नक्षत्र के रूप में पड़ना सुख समृद्धि का कारक बनेगा। इस दिन जमीन, जायदाद, सोना, चांदी, तांबा की खरीदारी करने से सुख-समृद्धि और वैभव में वृद्धि होती है। इनके अलावा मकान, वाहन, इलेक्ट्रानिक्स समेत अन्य सामान की खरीदारी करना भी अति शुभ फलदायी माना जाता है।
ज्योतिष शास्त्र में इस मुहूर्त को अबूझ मुहूर्त भी कहा जाता है। इस महामुहूर्त में किए गए सभी काम पूरे तो होते ही है, साथ ही बहुत जल्दी उनके सकारात्मक परिणाम देखने को मिलते है। माना जाता है कि इस मुहूर्त में हर काम सिद्घ हो जाते हैं।
खरीदी गई वस्तु प्राप्त करती है अमरता को… कार्तिक कृष्ण पक्ष की सप्तमी और अष्टमी तिथि एक साथ पड़ रही है। 21 अक्टूबर सोमवार की शाम 5.31 बजे तक पुनर्वसु नक्षत्र है। इसके पश्चात पुष्य नक्षत्र लग रहा है।
शाम का समय प्रदोष काल होता है और इस समय पुष्य नक्षत्र लग रहा है अतः यह सोम पुष्य योग होगा। पुष्य नक्षत्र जो है वह शनि प्रधान नक्षत्र है लेकिन उसकी प्रकृति बृहस्पति, गुरु जैसी होती है। पुष्य को अमरेज्य भी कहा जाता है अर्थात वह नक्षत्र जिसमें खरीदी गई हर वस्तु अमरता को प्राप्त करती है।
MUST READ : करवाचौथ 17 Oct. को, रोहिणी नक्षत्र और मंगल का है विशेष योगलक्ष्मी प्राप्ति योग वहीं 21 अक्टूबर, सोमवार को पुष्य नक्षत्र का पड़ना इस बात का संकेत है कि इस दिन खरीदी गई हर वस्तु शुभता तो लाएगी ही लाएगी साथ ही साथ वह वस्तु जीवन में प्रगति भी प्रदान करेगी। इस दिन सोना, चांदी खरीदने से धनतेरस से पूर्व ही लक्ष्मी प्राप्ति का योग बनेगा।
मंगलवार को शाम तक पुष्य नक्षत्र इसी तरह 22 अक्टूबर मंगलवार को शाम 4.38 बजे तक पुष्य नक्षत्र है, इसे भौम पुष्य कहा जाता है। इस दिन भी तांबा, चांदी, सोना, भूमि खरीदने से सकारात्मक परिणाम मिलेंगे।
पद्म योग देगा सुख-समृद्धि ब्रह्म शक्ति ज्येातिष संस्थान के ज्योतिषाचार्य पं. जगदीश शर्मा के अनुसार पद्म योग सुख-समृद्धि दायक होता है। ये महालक्ष्मी पद्म योग 27 अक्टूबर को सूर्योदय से मध्य रात्रि तक रहेगा। इस योग में पूजा-अर्चना करने से घर और प्रतिष्ठान में समृद्धि का वास होता है।
घर में बरकत… सोम और भौम पुष्य नक्षत्र में शिवजी के साथ माता लक्ष्मी की पूजा करके खरीदे गए आभूषण अथवा जमीन-जायदाद के कागजात अर्पित करें। दिवाली के दिन भी उन चीजों को अर्पित करने से घर में बरकत बढ़ेगी।
MUST READ : धनतेरस 2019: दीपावली पर सोना खरीदने का शुभ मुहूर्त…सभी राशि वालों के लिए शुभ… पुष्य नक्षत्र सभी राशि वालों के लिए सुख-समृद्धि लेकर आएगा। कोई भी राशि वाला व्यक्ति अपनी सुविधानुसार सभी तरह की धातुएं खरीद सकता है। यदि किसी को आर्थिक परेशानी है तो वह अंश मात्र को ही सही सोना, चांदी की खरीदी अवश्य करे तो आने वाला समय उसके लिए शुभकारी साबित होगा।
19 व 25 को विशेष मुहूर्त का संगम पं. शर्मा का कहना है कि 19 व 25 अक्टूबर को व्यापार के खास मुर्हूत बन रहे हैं। सर्वार्थ सिद्धि, रवि योग और पुष्य नक्षत्र। इन विशेष मुहूर्त में खरीदारी श्रेष्ठ मानी गई है। ज्योतिष के जानकार बीडी श्रीवास्तव कहते हैं कि दिवाली तक कई दिन शुभ मुहूर्त रहेंगे, जिनमें स्थायी संपत्ति की खरीदारी उत्तम फलदायी है।
ऐसे समझें पांच दिवसीय दीपावली पर्व में कई संयोग दीपावली पर्व की शुरुआत 25 अक्टूबर को धन तेरस से होगी। इस खास दिन बाजारों में खरीदारी का विशेष योग है। इसके पहले भी खरीदारी के कई शुभ योग बन रहे हैं।
इस बार दिवाली तक चार बार सर्वार्थ सिद्धि योग का संयोग बन रहा है। तीन बार रवि योग आएगा। खरीदारी के लिए शुभ माने जाने वाला पुष्य नक्षत्र भी दो दिन रहेगा। 21 अक्टूबर को दोपहर से यह नक्षत्र 22 अक्टूबर दोपहर बाद तक प्रभावी रहेगा। ऐसे में सोमवार को सोम पुष्य नक्षत्र तो मंगलवार को मंगल पुष्य नक्षत्र का संयोग बनेगा।