जिले में मंदिरों की 51 सम्पत्तियों पर कब्जे
देवस्थान विभाग के आंकड़ों के अनुसार पूरे प्रदेश में मंदिरों की सम्पत्तियों पर अतिक्रमण के कुल 175 मामले सामने आए हैं। इनमें सर्वाधिक अतिक्रमण के मामले उदयपुर जिले में 72 हैं। वहीं भरतपुर में मंदिरों की सम्पत्तियों पर कब्जे के 51 मामले हैं।
ऐसे-ऐसे कब्जे
जिले में विभाग के मंदिरों के अधीन दुकान, उनके सामने बरामदे व मंदिर और उनके कक्ष की सम्पत्तियां हैं। वृंदावन के कई मंदिरों में वर्षों पहले पूजा करने आए पुजारियों ने ही सेवानिवृत्त होने के बाद मंदिरों के कमरों पर कब्जा कर लिया है। अब वो उन कमरों को खाली नहीं कर रहे। इसी तरह कई किराएदार बनकर आए और बाद में किराया देना बंद कर दिया और कब्जा भी कर लिया।
वर्षों से बेदखली के चल रहे केस
देवस्थान विभाग की सम्पत्तियों पर किए गए अतिक्रमण के संबंध में सर्वे कार्य के लिए निरीक्षक को निर्देशित किया गया। जिन किराएदारों द्वारा विभाग के मंदिरों की सम्पत्तियों पर पूर्व में अतिक्रमण किए गए थे उनके विरुद्ध बेदखली के लिए सम्पदा न्यायालय में वाद दर्ज कराए गए हैं।
यहां मंदिरों की सम्पत्तियों पर इतने अतिक्रमण के मामले
जिला कब्जा
उदयपुर 72
भरतपुर 51
जयपुर 19
चित्तौडगढ़़ 08
जोधपुर 06
राजसमंद 04
बीकानेर 03
दौसा 02
कोटा 02
बूंदी 01
अजमेर 02
कुल 175 केस कर रखे हैं
कई मंदिरों के अंदर कमरों पर पुजारियों ने व दुकानों पर किराएदारों ने कब्जे कर रखे हैं। इन लोगों के खिलाफ सम्पदा न्यायालय में केस चल रहे हैं।
– गौरव सोनी, सहायक आयुक्त, देवस्थान विभाग, भरतपुर।