पुलिस जांच में सामने आया है कि मृतक व आरोपी के बीच लंबे समय से लेनदेन चल रहा था। वर्तमान में मृतक 15 हजार रुपए मांग रहा था। उसका ब्याज प्रतिदिन सौ रुपए के हिसाब लेने पहुंच जाता था। वारदात के पांच दिन पहले ब्याज को लेकर मृतक व आरोपी के बीच विवाद हो गया। आरोपियों ने हत्या की साजिश रची और युवक को साथ लेकर वाहन किराए के बहाने गांव ले पहुुंचे। जहां सहयोगी के साथ वारदात को अंजाम दिया। उसके बाद शव को मृतक की पिकअप में डालकर सनावड़ा सरहद में हाइवे पर खड़ा कर आग के हवाले कर दिया। दोनों आरोपी बाइक पर सवार होकर शिवकर पहुंच गए।
मुख्य आरोपी अजीज खान वारदात को अंजाम देने के बाद मृतक के गांव में संचालित अपने तबेले पर पहुंच गया। यहां कपड़े बदलकर रवाना हो गया। पुलिस का शक होने पर पहले बॉर्डर की तरफ गया। इसके बाद आरोपी को भनक लग गई कि पुलिस पीछा कर रही है। इसलिए रात को बस से सूरत के लिए रवाना हो गया। पुख्ता जानकारी पर आरोपी की तलाश में स्पेशल टीम प्रभारी प्रदीप डांगा व टीम सूरत रवाना हो गए। उन्होंने आरोपी के सूरत पहुंचते ही दबोच लिया।
एसपी मीना ने बताया कि वारदात का खुलासा करने में एएसपी खींवसिंह भाटी के निर्देशन में सदर सीआइ किशनलाल, धोरीमन्ना एसआइ प्रदीप डांगा, लूणाराम, हनुमानराम, घमण्डाराम, तनसिंह, वीरमखान व साइबर सेल प्रभारी पन्नाराम प्रजापत, ओमप्रकाश, मेहाराम व प्रेमाराम की विशेष भूमिका रही।