राजस्व मंत्री आरवी देशपांडे ने कहा कि विश्वनाथ को अनावश्यक बयानबाजी कर भ्रम पैदा नहीं करना चाहिए। इससे विरोधी दल को लाभ होगा। उन्होंने कहा कि वे आठ मुख्यमंत्रियों के साथ कैबिनेट मंत्री के तौर पर काम कर चुके हैं। लेकिन, सिद्धरामय्या ऐसे मुख्यमंत्री थे जिन्होंने विकास कार्यों, जन हितैषी योजनाओं और सामाज कल्याण के लिए सबसे अधिक कोष जारी किया। चुनाव में कम सीटें मिलना अलग बात है। कई बार अच्छे काम करने वाले नेता भी हार जाते हैं। वे कांग्रेस नेताओं से भी कहेंगे कि सिद्धरामय्या के जल्द मुख्यमंत्री बनने जैसे बयान नहीं दें। क्योंकि, इससे भ्रम पैदा होता है। कांग्रेस और जद-एस आलाकमान के बीच जो करार हुआ है उसे कोई बदल नहीं सकता। करार के तहत जद-एस का मुख्यमंत्री और कांग्रेस का उपमुख्यमंत्री पांच साल तक रहेगा।