कराची शहर का रहने वाला है युवक
पाकिस्तान के कराची शहर का रहने वाला युवक पिछले कई वर्षों से बडऩगर में रहकर बैकरी का संचालन कर रहा था। उसे एक युवती से प्रेम हो गया। परिवार की रजामंदी से दोनों ने चिंतामण गणेश मंदिर में शादी रचाई। उसके बाद प्रमाण पत्र लेने गए, तो युवक को महाकाल थाने पहुंचा दिया गया।
छह साल से रह रहा था बडऩगर
कैलाश पिता जेठानंद 29 वर्ष निवासी कराची पाकिस्तान पिछले 6 वर्षों से वीजा लेकर बडऩगर में रह रहा था। कैलाश बडऩगर में रहते हुए बैकरी का संचालन करता है। उसका प्रेम प्रसंग हो गया और दोनों परिवार की रजामंदी से चिंतामन गणेश मंदिर में शादी करने पहुंचे। युवती के माता-पिता व परिवारजन साथ थे, लेकिन कैलाश के परिवार की ओर से शादी में शामिल होने कोई नहीं आया। मंदिर में रीति रिवाजों के अनुसार कैलाश व युवती ने शादी की, जिसके बाद समिति की ओर से दिया जाने वाला प्रमाण पत्र लेने पहुंचे। यहां समिति के सदस्यों ने कैलाश के माता-पिता व अन्य परिजनों के बारे में पूछताछ की तो पता चला कि कैलाश कराची पाकिस्तान का रहने वाला है, जिसकी सूचना तुरंत महाकाल थाने को दी गई।
पुलिस कर रही रिकार्ड की जांच
पुलिस ने चिंतामन गणेश मंदिर पहुंचकर युवक को हिरासत में लिया और थाने में बैठा लिया। कैलाश ने बताया कि वह करीब 6 वर्षों से बडऩगर में रहकर बैकरी संचालन कर रहा है। दो वर्षों में वीजा अवधि समाप्त होने पर अवधि बढ़वाता है। इधर, पुलिस द्वारा कैलाश का रिकार्ड तलाशा जा रहा है। बताया जाता है पुलिस ने डीएसबी शाखा, बडऩगर थाने से कैलाश के रिकार्ड चेक कराए हैं, जबकि युवती को उसके परिवारजनों के सुपुर्द कर दिया है।
ऐसे हुआ खुलासा
युवक-युवती ने बडऩगर से उज्जैन आकर चिंतामण गणेश मंदिर में एक-दूसरे को वरमाला पहनाने और मांग भरने के बाद विवाह संपन्न कर लिया। शादी का प्रमाणीकरण लेने पहुंचे तो मामला उलझ गया। चिंतामण गणेश मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक अभिषेक शर्मा ने बताया कि विवाह करने के बाद युवक-युवती ने शादी का प्रमाण पत्र देने के लिए आवेदन प्रस्तुत किया था। इस दौरान दोनों के दस्तावेजों की पड़ताल की गई तो युवक के सभी दस्तावेज पाकिस्तान मूल के थे। इसके बाद इसकी जानकारी उज्जैन एसडीएम गोपालसिंह वर्मा और तहसीलदार अनिरुद्ध मिश्रा को दी गई। तहसीलदार द्वारा पुलिस को मामले से अवगत कराए जाने के बाद महाकाल थाना प्रभारी चिंतामण गणेश मंदिर पहुंचे और दोनों को अपने साथ महाकाल थाने ले आए। चूंकि मामला पाकिस्तान का है, ऐसी स्थिति में आगे की कार्रवाई और जांच पुलिस करेगी।