क्या है घटना
८ जनवरी की रात करीब १० बजे गीताबाई और उसकी पोती चांदनी पिता तेजकरण मकान पर अकेली थी। तेजकरण अपने काम पर हर दिन की तरह गया था और देर रात आया। इससे पहले चांदनी से मिलने के लिए रोहित पिता छोटेलाल पहुंचा। इस दौरान गीताबाई ने आपत्ति ली और चांदनी को रोका तो दोनों ने मिलकर गीताबाई की हत्या कर दी। इसके बाद शव के ऊपर चादर डाल दिया। रात को चांदनी बात को छुपाती रही। सुबह मौत को सामान्य बताने की कोशिश की।
कई बार नजर आया प्रेमी
पीएम रिपोर्ट के बाद जीवाजीगंज थाना प्रभारी शैलजा पटवा ने मामले की जांच शुरू की और आसपास के लोगों से पूछताछ की। इस दौरान जानकारी मिली कि चांदनी का एक युवक से प्रेम प्रसंग है। घटना के दिन वह युवक घर आया था और कई बार अंदर-बाहर होते हुए देखा गया। इसके बाद पुलिस ने अन्य बिंदुओं पर जांच की और पूरा मामला खुल गया।
८ जनवरी की रात करीब १० बजे गीताबाई और उसकी पोती चांदनी पिता तेजकरण मकान पर अकेली थी। तेजकरण अपने काम पर हर दिन की तरह गया था और देर रात आया। इससे पहले चांदनी से मिलने के लिए रोहित पिता छोटेलाल पहुंचा। इस दौरान गीताबाई ने आपत्ति ली और चांदनी को रोका तो दोनों ने मिलकर गीताबाई की हत्या कर दी। इसके बाद शव के ऊपर चादर डाल दिया। रात को चांदनी बात को छुपाती रही। सुबह मौत को सामान्य बताने की कोशिश की।
कई बार नजर आया प्रेमी
पीएम रिपोर्ट के बाद जीवाजीगंज थाना प्रभारी शैलजा पटवा ने मामले की जांच शुरू की और आसपास के लोगों से पूछताछ की। इस दौरान जानकारी मिली कि चांदनी का एक युवक से प्रेम प्रसंग है। घटना के दिन वह युवक घर आया था और कई बार अंदर-बाहर होते हुए देखा गया। इसके बाद पुलिस ने अन्य बिंदुओं पर जांच की और पूरा मामला खुल गया।