इस झील किनारे टूटी बंशियां व खुले तार दे रहे हादसे का न्योता
दूधतलाई मार्ग से पिछोला बड़ी पाल तक के रास्ते में प्रतिदिन सैकड़ों पर्यटक वाहनों व पैदल इस मार्ग से गुजरते है। बारिश के दौरान में वहां मंदिर किनारे लगे पोल में तार खुले पड़े है जिसमें कोई भी हादसा हो सकता है।
इस झील किनारे टूटी बंशियां व खुले तार दे रहे हादसे का न्योता
उदयपुर. दूधतलाई झील से कभी गुलाबबाग तक पहुंचने वाला पानी यहां अतिक्रमण की भेंट चढ़ गया। पानी के मार्ग में पूरी तरह से बंद होने से अब वहां पानी नहीं पहुंच पाता, पूर्व में वहां भालू पिंजरे के पास पानी आता था, जिसे सिंचाई के काम में लिया जाता था। अभी पूरी झील गंदगी से अटी पड़ी है तो यहां पर जलीय घास व खरपतवार की उग गई है। झील किनारे टूटी बंशियां व खुले तार यहां हादसे न्योता दे रहे है। दूधतलाई मार्ग से पिछोला बड़ी पाल तक के रास्ते में प्रतिदिन सैकड़ों पर्यटक वाहनों व पैदल इस मार्ग से गुजरते है। बारिश के दौरान में वहां मंदिर किनारे लगे पोल में तार खुले पड़े है जिसमें कोई भी हादसा हो सकता है। झील में जगह-जगह जलीय घास के अलावा खरपतवार इतना ज्यादा उग गई है कि पानी की आवक के साथ यह पानी के अंदर जलीय घास के रूप में बाधक बनेगी। इसी तरह इसके पेटे में बने अखाड़ा व आसपास के क्षेत्र में भी अतिक्रमण का संदेह जताया है। बड़ी पाल वाले दूसरे छोर पर यहां पर थड़ी वालों ने अतिक्रमण कर रखा है। इस झील के कई बंशियां भी टूटी पड़ी है।
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