गांव में पिछले 5 दिन से जलापूर्ति बंद होने से गम्भीर पेयजल संकट हैं वहीं बीसलपुर जल परियोजना के तहत पानी आने से ही जल संकट से मुक्ति मिली थी लेकिन विभागीय अधिकारियों की लापरवाही से जलापूर्ति बंद हैं। पाइप लाइन पुरानी एवं जर्जर अवस्था में होने के कारण जगह-जगह से क्षतिग्रस्त हो गई हैं जिसके कारण यह लाइन बार-बार कई जगह से टूटती रहती है।
सरकारी नाकारा निजी का सहारा गांव में पेयजल की कारगर सरकारी व्यवस्था के अभाव में लोग निजी नलकूप और टैंकर संचालकों से महंगे दामों पर पानी खरीदने को मजबूर हो रहे हैं। गांव में अधिकांश हिस्सों में सरकारी पेयजल व्यवस्था हैं। मगर पर्याप्त जलापूर्ति के अभाव में विभिन्न इलाकों में लोग टैंकरों से पानी खरीद रहे हैं। इसके लिए उनको हर माह 600-800 रूपए तक चुकाने पड़ रहे हैं। वहीं गांव में आए दिन अघोषित विद्युत कटौती व खराबी के चलते पेयजल संकट ओर भी गम्भीर हो जाता हैं। जलदाय एवं विद्युत विभाग के अधिकारी ग्रामीणों की समस्याओं पर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं।
पीडब्ल्यूडी द्वारा सडक़ का काम होने के कारण बीसलपुर की लाइन टूट गई थी। जिसको ठीक करवाया जा रहा है। शीघ्र ही पेयजल आपूर्ति शुरू कर दी करवा दी जाएगी।
रामरतन डोई, अधिशाषी अभियंता, बीसलपुर परियोजना