इसके बाद झांकी सजाकर प्रसादी का वितरण किया। शाम साढ़े 7 बजे संगीतमय सुंदरकांड का पाठ तथा भजन संध्या हुई। इसमें रामदूत अतुलितबलधामा समेत अन्य भजनों पर श्रद्धालु झूमते रहे। रात 12 बजे 251 दीपकों से भगवान हनुमान की महाआरती की गई। इधर, डिपो के बालाजी, आंतरिया के बालाजी, बड़ के बालाजी मंदिर समेत अन्य मंदिरों में भी कईकार्यक्रम के आयोजन हुए।
देवली-भांची गांव स्थित श्रीश्री 1008 श्रीरुद्रेश्वर बजरंग बली (अक्षर धाम) में नागा महंत नवलगिरी के सान्निध्य में हनुमान जयंती मनाई गई। इसमें सुंदर काण्ड के पाठ गए। भगवान के भजनों पर श्रद्धालुओं ने नृत्य किया। इस दौरान कालू गुर्जर, गीताराम, हनुमान, राधेश्याम, हरिनारायण व सीताराम समेत अन्य मौजूद थे।