रविवार रात करीब ग्यारह बजे सीओ सिटी इस्माइल खां, पुरानी आबादी थानाधिकारी रणवीर सिंह और पुलिस दल पहुंचा तो मोहल्लेवासियों के बीच नोक झोंक भी हुई। लेकिन मोहल्लेवासियों और पुलिस के बीच इस बात की सुलह हो गई कि संबंधित आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा। प्रत्यक्ष दर्शियों ने बताया कि चांदनी चौक पर एक परचून की दुकान की संचालिका से दो तीन युवकों ने कोई सामान मांगा था, रुपए मांगे तो ब्लड से हमला कर दिया।
उसी समय लोगों ने इनसे दो युवकों को काबू कर पुलिस के सुपुर्द किया। इन युवकों से एक देसी पिस्तौल भी बरामद की थी लेकिन पुलिस ने इस मामले को सिर्फ मारपीट में गिरफ्तारी की, आम्र्स एक्ट की धारा नहीं जोड़ी। ऐसे में इन आरोपियों से एक युवक अपने तीन और साथियो के साथ दुकान के पास रहने वाली महिला कृष्णादेवी के घर पर पहुंचा और धमकाया कि पुलिस उसका कुछ बिगाड़ नहीं सकती।
जान से मारने की धमकी देकर चले गए। मोहल्लेवासियों ने इस बात का गुस्सा फैल गया कि पुरानी आबादी पुलिस ने जानबूझकर मामले को हल्के में लिया, इस कारण अपराधी वापस धमकने लगे है।
इस चौक पर कृष्णादेवी, निर्मलारानी, अंजू, दर्शनारानी, जनवादी महिला समिति की दुर्गा स्वामी आदि ने धरना देकर पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। सूचना मिलने पर धरना स्थल पर पार्षद डा.भरतपाल मय्यर, जयदीप बिहाणी, पूर्व पार्षद हरजीत सोनी, अभिभावक संघ के बॉबी पहलवान, सुभाष खटीक, पूर्व पार्षद प्रेम नायक, बंटी वाल्मीकि आदि पहुंचे तो उन्होंने सीओ सिटी इस्माल खां को मौके पर बुलाया।
पुरानी आबादी पुलिस का स्टाफ भी पहुंच गया। तब मोहल्लेवासियों का कहना था कि एक ओर पुलिस दिखावे के लिए आमजन में विश्वास और अपराधियों में भय का स्लोगन लिखकर दावा करती है लेकिन हकीकत तो यह है कि अपराधी आमजन को धमका रहे है।