राव इंद्रजीत खुद भी स्वीकार करते हैं कि दक्षिण हरियाणा की जनता ने 2014 में इसलिए दिल खोलकर भाजपा को वोट दिए थे कि वह उन्हें (राव इंद्रजीत) मुख्यमंत्री देखना चाहते थे। फिर भी पार्टी नेतृत्व का फैसला सर्वोपरि रहता है। सरकार की कार्यशैली व कई फैसलों पर सवाल उठाने से जुड़े सवाल पर इंद्रजीत ने कहा, भाजपा एक लोकतांत्रिक पार्टी है और लोकतंत्र में अपनी बात रखने का अधिकार सभी को है।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए राव इंद्रजीत ने कहा कि वह अहीरवाल से बाहर निकलकर हरियाणा में घूमेंगे। जिसकी शुरूआत एनसीआर से की जाएगी। झज्जर रैली के बाद अब राव इंद्रजीत अब बहुत जल्द फिरोजपुर-झिरका और पलवल में रैलियों का आयोजन करेंगे। इसके बाद सोनीपत के गोहाना और पानीपत के समालखा में भी रैलियां करने का फैसला किया है। राव इंद्रीजत अहीरवाल से बाहर निकलकर एनसीआर व उत्तरी हरियाणा में भी अपने समर्थकों को संगठित करते हुए नजर आएंगे।
दक्षिण हरियाणा की चौधर का नारा देते हुए राव इंदजीत ने 2014 के लोकसभा चुनावों से पूर्व कांग्रेस को अलविदा कहकर भाजपा ज्वाइन की थी। गुरुग्राम से चुनाव जीतने के बाद मोदी सरकार ने उन्हें अपनी कैबिनेट में मंत्री भी बनाया। दरअसल, 2014 में ही हुए विधानसभा चुनावों के दौरान इंद्रजीत सिंह ने फिर से इस इलाके में सत्ता लाने का दावा किया था।
राव इंद्रजीत ने कहा कि फिरोजपुर-झिरका और पलवल की रैलियां इसी माह करने की तैयारी हैं। अक्तूबर माह में समालखा और गोहाना में रैलियां की जाएंगी। जीटी रोड पर रैलियों को लेकर पूछने पर उन्होंने कहा, मुझे जहां भी रैली के लिए बुलाया जाएगा, मैं जाऊंगा। करनाल, कुरुक्षेत्र व कैथल सहित कई जिलों में चुनावों के दौरान मैं प्रचार भी कर चुका हूं।
गुरुग्राम में बारिश के कारण अकसर लगने वाले जाम से जुड़े सवाल पर केंद्रीय मंत्री ने कहा, इसके लिए कई प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है। ये जल्द ही पूरी होंगे। इसके बाद शहर में जाम की समस्या नहीं रहेगी। केंद्र सरकार ने हजारों करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट गुरुग्राम के लिए मंजूर किए हैं। द्वारका एक्सप्रेस-वे के निर्माण का रास्ता भी अब साफ हो गया है। यह प्रोजेक्ट पूरी तरह से केंद्र के खर्चे से बनेगा, इसमें हरियाणा का कोई रोल नहीं होगा।
मुख्यमंत्री बनने की चाह पर सवाल को टालते हुए उन्होंने कहा कि अब मेरी महत्वाकांक्षा नहीं रही। फिर भी पार्टी और लोगों का जो फैसला होगा, उसे देखा जाएगा। चुनाव लडऩे को लेकर भी उन्होंने स्पष्ट उत्तर देने की बजाय कहा, पार्टी अगर लोकसभा लडऩे को कहेगी तो लोकसभा लड़ूंगा और विधानसभा चुनाव लड़वाया जाएगा तो उससे भी पीछे नहीं हटूंगा।