भले ही यहां की ड्राइंग और डिजाइन बन कर आ गई है पर यहां मौजूद कुछ अतिक्रमण विकास के लिए बाधा बने हैं। इसमें सत्ताधारी दल के नेता और संगठन के लोग अतिक्रमण न हटाने को लेकर पूरा जोर लगा रहे हैं। इसमें एक अतिक्रमण तो कलेक्ट्रेट के पश्चिमी गेट के ठीक सामने है जो बाउण्ड्री के रूप में है और यह अतिक्रमण जीएनएम कालेज के परिसर का काम भी बाधित कर रहा है। एक अन्य अतिक्रमण धर्म स्थल की सीढ़ी और पीछे का रहवासीय कब्जा है। इसे हटाने में अब कलेक्टर भी दबाव में नजर आ रहे हैं, जबकि पहले वे खुद इसे गिराने का कह चुके हैं। यह कब्जा सत्ताधारी दल के अनुसांगिक संगठन से जुड़े लोगों को बताया जा रहा है।
धवारी चौक से लगी जमीन पर निर्माणाधीन जीएनएम कॉलेज के सामने सूर्य नमस्कार की सभी मुद्राओं को दिखाने वाली प्रतिमाएं स्थापित की जाएंगी। ये प्रतिमाएं एक आकर्षक बेस पर निर्मित होंगी। १० प्रतिमाओं का एक समूह निर्मित होगा। यह न केवल आकर्षक होगा बल्कि सूर्य नमस्कार के प्रति लोगों को प्रेरित भी करेगा।
सीएमएचओ कार्यालय रोड और कलेक्ट्रेट का पश्चिमी मार्ग जिस स्थल पर मिलता है उस कॉर्नर पर आकर्षक पहाड़ी और झरने का निर्माण किया जाएगा। अत्याधुनिक लाइटें लगाकर इसे और सुंदरता प्रदान की जाएगी। चारों ओर ग्रीन प्लेस बनेगा। हर कॉर्नर पर आकर्षक मार्डन आर्ट की कलाकृतियां लगाई जाएंगी। इसके आसपास लोगों के बैठने की संरचना भी तैयार की जाएगी।
धवारी की ओर जाने वाले रास्ते पर अभी बने गेट को और चौड़ा किया जाएगा। रोड को चौड़ा कर इस पूरे जोन को आकर्षक स्वरूप दिया जाएगा। बोर्डिंग बिल्डिंग की बाउण्ड्री का एक हिस्सा गिराकर इसे भी नए कॉर्नर के रूप में तैयार किया जाएगा।
प्रवीण सिंह अढ़ायच, निगमायुक्त