जांच के मुताबिक राजसमंद अरबन कॉपरेटिव बैंक से फर्जी तरीके से पूर्व सीइओ ललित प्रकाश ने उनके दामाद धीरेन जोशी को 8 5 लाख रुपए का ऋण दे दिया। दामाद की फर्म मैसर्स श्रीजी होण्डा है, जिसके नाम ऋण उठाया गया। इसी तरह उनकी बेटी के ससुर व समधी प्रकाश श्रीमाली की फर्म हाइटेक अर्थभुवर्स के नाम 50 लाख रुपए का ऋण उठाया गया।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने दी राजसमंद अरबन कॉपरेटिव बैंक राजसमंद के पूर्व सीईओ एस 73 टाइग हील, बड़ी रोड, बड़ी (उदयपुर) निवासी ललित प्रकाश शर्मा पुत्र हिरालाल शर्मा, आनंद विहार, किशोरनगर राजसमंद हाल बैंक के वर्तमान सीइओ जीयाराम विश्नोई, बैंक शाखा उदयपुर के कार्मिक मिराज मल्हार, न्यू भोपालपुरा उदयपुर निवासी हरिकृष्ण त्रिपाठी पुत्र श्रीजीलाल त्रिपाठी, पूर्व सीईओ ललित प्रकाश शर्मा की बेटी व राजसमंद अरबन बैंक की कार्मिक भूमिका श्रीमाली और उनके दामाद शिवाजी नगर उदयपुर, निवासी धीरेन श्रीमाली, समधी प्रकाश श्रीमाली पुत्र शंकर श्रीमाली एवं ऑडिटर श्री गर्ग एण्ड एसोसियट, उदयपुर व ऑडिटर व्यास भाटिया एण्ड कम्पनी चार्टेड अकाउण्टेण्ट के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया गया।
राजस्थान पत्रिका ने 5 फरवरी 16 को ‘राजसमंद अरबन बैंक में लाखों की हेर-फेर…Ó, 6 फरवरी 16 को ‘बेटा-बेटी को नियम विरुद्ध दे दी नौकरी…Ó, 8 फरवरी 16 को ‘कार्मिकों के नाम भी उठे एक करोड़!…Ó, 12 मार्च 16 को ‘सरकार ने कॉपरेटिव विभाग से मांगा जवाब…Ó, 19 मार्च 16 को ‘दो साल से लीपापोती का खेल…Ó, 31 मार्च 16 को ‘एसीबी ने भी डाला हाथ, करेगी तहकीकात…Ó शीर्षक से खबरें प्रकाशित कर राजसमंद बैंक के रिकॉर्ड में हेराफेरी का खुलासा किया।
राजस्थान पत्रिका द्वारा सिलसिलेवार खबरें प्रकाशित की, जिस पर संज्ञान लेकर जांच करने पर राजसमंद अरबन बैंक में अनियमितता सामने आ गई। तथ्यात्मक रिपोर्ट मुख्यालय भेज दी, जहां से अब एफआइआर दर्ज कर ली गई। अब विस्तृत जांच करते हुए अग्रिम कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। राजेश चौधरी,
अतिरिक्त जिला पुलिस अधीक्षक भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो राजसमंद