बताया जा रहा है कि छोटी बच्ची अपनी बड़ी बहन के साथ पहली बार तालाब में नहाने गई थी और तालाब के गहराई का अंदाजा नहीं होने से वह डूब रही थी। छोटी बहन को डूबते देख उसे बचाने के लिए उसकी बड़ी बहन ने तालाब में छलांग लगाई और अधिक गहराई होने की वजह से दोनों पानी में डूब गए और उनकी मौत हो गई।
ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार गर्मी के समय तालाब का गहरीकरण किया गया है। गहरीकरण करते समय तालाब के किनारे को भी अंधाधुंध गहराई तक खोदा गया है। वर्तमान में तालाब के किनारे में ही 8 से 9 फीट गहरा पानी भरा हुआ है। अधिक गहराई होने की वजह से दोनों बहन की डूबने से मौत हो गई। तालाब में सुरक्षित निस्तारी करने कहीं पर भी पचरी का निर्माण भी नहीं किया गया है।
रविवार की छुट्टी होने पर दोनों बहन सुबह परिवार वालों के साथ खेत गई हुई थी और वापस लौटते समय वे लोग तालाब में नहाने गई थी। ग्रामीणों ने बताया कि बड़ी बहन केशरमाला समय-समय पर तालाब में नहाने आती थी, लेकिन छोटी बहन हेमलता पहली बार तालाब गई थी। गहराई का अंदाजा नहीं होने व तैरने नहीं आने की वजह से हेमलता डूब रही थी और बचाने के चक्कर में बड़ी बहन केशरमाला भी गहरा पानी में डूब गई।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार 8 वीं कक्षा में पढऩे वाली 14 वर्षीय केशरमाला साहू और उसकी 11 वर्षीय छोटी बहन हेमलता पिता जीवनलाल साहू रविवार को दोपहर लगभग 1 बजे गांव के ही तालाब में नहाने गई हुई थी। इस दौरान छोटी बहन हेमलता नहाने के लिए तालाब में उतरी। किनारे में ही अधिक गहराई होने से वह डूब रही थी। बहन को डूबते देख बड़ी बहन केशरमाला उसे बहाने के लिए तालाब में उतरी और बचाने के फेर में दोनों डूब गए।
बताया जा रहा है कि जीवनलाल साहू के तीन संतान थे जिसमें मृतिका केशरमाला व हेमलता बड़ी थी और उसके सबसे छोटा एक बेटा है। दोनों बेटियों की एक साथ मौत होने से उसके पिता-मां व परिवार के अन्य लोग सदम में है। वहीं घटना की जानकारी होने पर गांव में मातम का माहौल है।