विधायक का परिवार पुरखों से ही कृषक रहा है। विकासखण्ड के बड़े-बड़े कृषको में इनका नाम आरम्भ से ही शामिल है। किसानों को होने वाले दिक्कतों का भी इनको भरपूर ज्ञान है। कृषकों की समस्याओं को सुनकर अभी हाल में ही कलेक्टर से मिल कर जिले के किसी भी किसान को व्यर्थ परेशान ना करने का निवेदन भी विधायक ने किया था।
साडा कन्या में वार्षिकोत्सव : छात्राओं की प्रस्तुति ने जीता सबका दिल, वीडियो देखते ही आप भी दबा बैठेंगे लाइक का बटन किसानों की समस्या है कि कुछ अधिकारी-कर्मचारी किसानों के घर मे जा कर उनके धान के कोठों की जांच कर रहे थे। इससे छुब्ध कुछ किसानों ने विधायक से मिलकर अपनी बात रखी तो विधायक ने किसानों की इस बात को जिले में पदस्थ कलेक्टर के समक्ष रखा और निवेदन किया कि अन्य राज्य से आने वाले अवैध धान और उनके बिचौलियों के ऊपर निश्चित ही कार्यवाही होनी चाहिए पर जो कृषि करता है और जिसका पंजीयन स्वयं अधिकारी कर्मचारी कर चुके है उनकी सारी जानकारी सम्बंधित विभाग को है और हर किसान का उपज कम या ज्यादा हो सकता है।
अपने उपज की निर्धारित धान फसल को बेचने के पश्चात बचे हुए फसल का पूर्ण अधिकार कृषक का स्यवं है और हमें उस कृषक को परेशान करने का कोई अधिकार नही है। विधायक की बात सुनकर इसे गम्भीरता पूर्वक लेते हुए तत्काल जिले के कलेक्टर ने अपने अधिकारी कर्मचारियों को इस बात के सख्त निर्देश दिये हैं कि किसी भी सूरत में इस तरह से किसानों को परेशान नही करें।