बीएन विजय कुमार के निधन के बाद खाली हो गई थी सीट गौरतलब है कि भाजपा उम्मीदवार बीएन विजय कुमार के 4 मई को निधन के बाद यह सीट खाली हो गई थी। विजयकुमार इसी सीट से विधायक भी थे। इसके बाद इस सीट पर सोमवार को चुनाव हुए थे। इस दौरान 55 पर्सेंट वोटिंग हुई थी। इस सीट से कांग्रेस ने अपने नेता रामालिंगा रेड्डी की बेटी सौम्या रेड्डी को अपना उम्मीदवार बनाया था, जबकि भाजपा ने बीएन प्रह्लाद को अपना उम्मीदवार बनाया था। प्रह्लाद पार्टी के दिवंगत उम्मीदवार बीएन विजय कुमार के छोटे भाई भी हैं। एक अधिकारी ने बताया कि जयनगर विधानसभा सीट के लिए वोटो की गिनती शिवानंद शर्मा मेमोरियल राष्ट्रीय विद्यालय (एसएसएमआरवी) कॉलेज में सुबह आठ बजे शुरू हुई थी। इस सीट पर 216 मतदान केंद्रों पर करीब 55 फीसदी मतदान हुआ था। इस दौरान कुल 3,12,252 पंजीकृत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था।
यहां आपको बता दें कि कर्नाटक में चुनाव से ठीक पहले 4 मई को बीजेपी उम्मीदवार बीएन विजय कुमार की चुनाव प्रचार के दौरान दिल का दौरा पड़ने से मृत्य हो गई थी। बीएन विजयकुमार जयानगर विधानसभा सीट से दो बार के विधायक रहे थे। उनकी लोकप्रियता के चलते भाजपा ने उन्हें फिर से इस सीट पर टिकट दिया था लेकिन इसी बीच चुनाव से पहले ही उनका निधन हो गया। अब उनकी मौत के बाद भाजपा उम्मीद कर रही थी कि उसे सहानुभूति के वोट जरूर मिलेंगे। साथ ही पार्टी को उम्मीद थी कि जिस तरह जोड़-तोड़ कर के कांग्रेस और जेडीएस ने कर्नाटक में सरकार बनाई है, उससे लोगों में गुस्सा है और इसलिए लोगों ने भाजपा के पक्ष में वोट दिया होगा। लेकिन, एक बार फिर कांग्रेस और जेडीएस के गठबंधन ने कमाल कर दिखाया।