ट्रेनों में मिलेगा ताजा भोजन
मुंबईPublished: Jul 17, 2019 01:49:24 pm
लोगों को मुस्कुराते हुए सर्विस देना प्राथमिकता: राहुल हिमालयन
ट्रेनों में मिलेगा ताजा भोजन
अरुण लाल
मुंबई. आईआरसीटी वेस्टर्न जोन मुंबई के महाप्रबंधक राहुल हिमालयन ने कहा कि उनका पहला प्रयास होगा कि लोगों को मुस्कुराते हुए सर्विस दी जाए, यात्रियों को ताजा भोजन परोसा जाए। टिकटों की धांधली बंद करना भी रेलवे की प्राथमिकता में शामिल है।
पदभार संभालने के बाद पत्रिका से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि वेटिंग टिकट खत्म करने की दिशा में काम हो रहा है। चूकी यह मामला डिमांड और सप्लाई का है। बड़े पैमानों पर ट्रेनें चलाने की विविध योजनाओं पर रेलवे कार्य कर रही है। राजधानी, दूरंतो और शताब्दी एक्सप्रेस ट्रेनों को छोड़ दें तो हम अपनी अन्य ट्रेनों में एक टिकट पर कई यात्रियों को जाने की अनुमति देते हैं। रेलवे इस प्रयास में जुटी है कि सभी को कंफर्म टिकट मिल सके। वहीं ट्रेनों में खाने की सुविधा पर बताया कि यात्रियों को ताजा पैक किया गया खाना परोसने का प्रयास हो रहा है। क्ववालिटी पर कड़ाई से नजर रखा जाएगा। रेलवे का प्रयास आठ के बजाए अब दो से चार घंटे पहले पैक किया गया भोजन परोसने की है।
रेलवे अधिकारी ने बताया कि आईआरसीटीसी का ग्रामीण क्षेत्रों में भी लोग लाभ उठाते हुए इससे टिकट निकालना शुरू कर चुके हैं। गांवों में बहुत से लोगों ने आम लोगों को टिकट निकाल कर देने का कार्य भी शुरू किया है।अनधिकृत एजेंट्स के लिए रेलवे और आरपीएफ एक साथ मिलकर रोकने की कोशिश में जुटी है।
मुंबई जोन के लिए अपना जीएम सैलून
रेलवे ने पिछले कुछ समय से जीएम सैलून किराए पर देना शुरू किया है। अब तक तीन बार जीएम सैलून बुक हुआ। पहला मुंबई-गोआ आना-जाना, दूसरा अहमदाबाद-इंदौर और तीसरा जबलपुर से बिलासपुर होते हुए हावडा। इन तीनों के लिए दिल्ली से जीएम सैलून मंगाना पड़ा जो काफी खर्चीला है। रेलवे का प्रयास है कि मुंबई जोन के लिए अपना एक जीएम सैलून हो। जीएम सैलून में 6 से 7 लोगों के यात्रा करने की व्यवस्था है। इससे यात्रा करने वाले को 22 लोगों के फस्टक्लॉस का किराया देना होता है।
मप्र सरकार के साथ पर्यटन योजना
पिछले वर्ष वेस्ट जोन से चार लाख 97 लोगों ने पर्यटन किया। इससे रेलवे को 187 करोड़ की कमाई हुई। अप्रैल 2019 से जून 2019 के बीच वेस्ट जोन से कुल 17 हजार यात्रियों ने यात्रा की जिनसे रेलवे को 11.55 करोड़ की आमदनी हुई। मध्यप्रदेश सरकार के साथ मिलकर पर्यटन की योजना बनाई गई है। जिसमें मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन कराया जाता है। यह योजना लाभदायक साबित हो रही है। आने वाले दिनों अन्य राज्यों के लिए भी इस तरह की योजना पर कार्य किया जाएगा।