बताया जा रहा है कि ये हादसा नाव में क्षमता से ज्यादा लोगों के सवार होने के कारण हुआ है। हालांकि, अभी इस मामले में आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। जानकारी के अनुसार, नाव की क्षमता 10-15 की ही थी, लेकिन इसमें करीब 60 लोग सवार थे। जिससे नाव नदी के बीच में जाते ही असंतुलित होकर पलट गई। एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम भी बचाव कार्य के लिए बुलाई गई है। वहीं बागपत के कलेक्टर भवानी सिंह खंगारोत के मुताबिक, हादसा सुबह करीब 7.45 पर हुआ। इस घटना के बाद लोगों ने दिल्ली यमुनोत्री हाईवे पर प्रदर्शन किया। इस वजह से जाम लग गया। नाराज लोगों को समझाने जब एसडीएम बागपत पहुंचे तो लोगों ने उनका घेराव किया। इस वजह से एसडीएम को वहां से लौटना पड़ा।
बिहार में भी हुआ नाव हादसा :
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पटना के मोकामा प्रखंड के मरांची गांव में सुबह एक परिवार गंगा स्नान के लिए गया था जब ये हादसा हुआ। बताया जा रहा है कि अब तक दो लोगों का शव ढूंढ लिया गया है। वहीं चार अन्य की तलाश जारी है। मृतकों के नाम पवन सिंह (65 वर्ष), काजल (13), मृदुला (11), मौला कुमारी, निक्की (10) और अनमोल शर्मा (12) बताए जा रहे हैं। पवन सिंह मृतक बच्चों के दादा थे। हादसा गुरुवार की सुबह करीब 5 बजे हुआ था।