इसके पीछे उन्होंने सुरक्षा कारणों को अहम वजह बताया है। इसमें किसी की तरफ से कोई आदेश नहीं आया था। उप-कुलपित ने कहा कि हमें परिसर की सुरक्षा को लेकर चिंता हुई, जिस पर विचार करते हुए, मैंने कार्यक्रम को रद्द करने का निर्णय लिया।
इसके लिए गवर्नर का कोई आदेश नहीं था।
मौसम को लेकर अब तक का सबसे बड़ा अलर्ट जारी, इन राज्यों में बदल रही है चाल आपको बता दें कि हंगामे के बीच गुलबर्गा विश्वविद्यालय ने जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष व वामपंथी नेता कन्हैया कुमार के व्याख्यान की अनुमति अंतिम क्षणों में रद्द कर दी थी।
विद्यार्थियों की कुलपति से मांग थी की व्याखान होने दिया जाए। इसको लेकर विद्यार्थियों ने कार्यालय के बाहर बड़ी संख्या में प्रदर्शन भी किया था।
चंद्रयान-2 लैंडर विक्रम में मौजूद रोवर प्रज्ञान को लेकर नासा करने जा रहा है बड़ा खुलासा, कुछ ही देर में मिलेंगी ताजा तस्वीरें इसके बाद आयोजकों ने जिला न्यायालय के पास स्थित विश्वेश्र्वरय्या इंस्ट्टीयूट ऑफ इंजीनियर्स में व्याख्यान आयोजित करने की कोशिश की गई, लेकिन पुलिस ने इसे आयोजित होने से रोक दिया। पुलिस के अनुसार आयोजकों ने समय रहते कार्यक्रम की सूचना नहीं दी।