यह भी पढ़ेंः
Big Breaking: आधी रात को आधा दर्जन बदमाशों ने पुलिस टीम पर बोला हमला…2 को मारी गोली, हथियार लूट कर हुए फरार ये था मामला परतापुर थाना क्षेत्र के रिठानी गांव में दलित विकास का कई दिन पहले गुर्जर जाति के युवकों से रास्ते से निकलने को लेकर विवाद हो गया था। दलित जाति के लोगों का आरोप है कि उस समय तो गांव के बड़ों ने मामले में फैसला करा दिया था, लेकिन गुर्जर बिरादरी के लड़कों ने उनको भुगत लेने की चेतावनी दी थी। जिसे उस समय नजरअंदाज कर दिया गया। बीती मंगलवार शाम को दलित विकास अपने साथी विपिन के साथ बाइक से जा रहा था। वह जैसे ही गांव के बाजार पर पहुंचा तभी गुर्जर युवकों ने लाठी-डंडों ने उन पर हमला बोल दिया। दलित युवकों की हमले की सूचना से गांव में तनाव फैल गया और दोनों ही बिरादरी के लोग आमने-सामने आ गए। जिसके हाथ में जो आया वह उसी को लेकर दूसरे बिरादरी के लोगों पर टूट पड़ा।
यह भी पढ़ेंः
किसानों के बाद योगी सरकार की मुश्किलें अब ये बढ़ाएंगे, नहीं मानी बात तो करेंगे उग्र आंदोलन घंटों होती रही फायरिंग और पथराव गांव में दोनों पक्षों में जबरदस्त फायरिंग और पथराव होता रहा, लेकिन पुलिस का एक घंटे तक भी कहीं पता नहीं था। दोनों पक्ष एक-दूसरे के खून के प्यासे थे। फायरिंग की आवाज से गांव में दहशत फैल गई। लोग अपने-अपने घरों में कैद हो गए। फायरिंग और पथराव में दोनों ओर से करीब आधा दर्जन से अधिक लोग घायल हुए। इन घायलों में एक छह साल का बच्चा भी है। जिसकी हालत गंभीर बनी हुई हैै। बच्चा गुर्जर जाति के गजेंद्र का है। दलित जाति के लोगों का कहना है कि इस बवाल की जिम्मेदार पुलिस है। दो दिन पहले विवाद के बावजूद पुलिस ने मामले में कोई कार्रवाई नहीं की। जिस कारण अराजकतत्वों के हौसले बुलंद हुए।
यह भी पढ़ेंः
मेरठ के इस मामले में अब सुप्रीम कोर्ट ने योगी सरकार को लगार्इ फटकार, जनता की हुर्इ जीत भीम आर्मी के कार्यकर्ता का नाम आ रहा सामने सूत्रों के मुताबिक मंगलवार दोपहर को विकास व विपिन पर हमले के दौरान भीम आर्मी का एक युवक भी आसपास था। उसने रिठानी व आसपास के गांवों से दलित युवकों को बुलाया और रिठानी के दलित लोगों के साथ शामिल हो गया। हालांकि, पुलिस इसकी पुष्टि नहीं कर रही है।
बोले अधिकारी इस बारे में जब एसएसपी से बात की गई तो उनका कहना था कि दोनों पक्षों ने एक दूसरे के खिलाफ तहरीर दी है। जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।