दरअसल सिपाही पर आरोप है कि उसने पहले तो प्रेमजाल में फंसाकर बीएड की छात्रा के साथ संबंध बनाए छात्रा ने जब मना किया तो उसने शादी का वादा किया और युवती के परिजनों को भी अपने भरोसे में ले लिया। इस तरह शादी की बात कर सिपाही दो साल तक उससे दुष्कर्म करता रहा, लेकिन इसके बाद सिपाही का रिश्ता किसी और लड़की से तय हो गया छात्रों को जब इस बात की जानकारी हुई थी वो सह नहीं पाई और उसने फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली।
सुबह जब परिवार वाले छात्रा के कमरे घुसे तो उनके पैरो से जमीन खिसक गई उनकी बेटी पंखे से झूलती मिली। बेटी को मृत देख कर मां-बाप के होश उड़ गए। उन्होंने पुलिस को फोन किया। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतक छात्रा को नीचे उतारा और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इसके बाद कमरे की तलाशी ली तो सुसाइड नोट बरामद किए। जिसमें मेरठ में तैनात सिपाही पर कई गंभीर आरोप लगाए गए है। नोट में लिखा है कि ‘दामोदर दुबे को छोड़ना मत, उसने मेरी जिंदगी बर्बाद कर दी। मैं उच्च शिक्षा प्राप्त कर माता-पिता का सपना पूरा करना चाहती थी, लेकिन जिन्दगी में दामोदर ऐसा आया कि उसने सब कुछ ख़त्म कर दिया।’ छात्रा ने सुसाइड नोट में सिपाही दामोदर दुबे और उसके परिवार वालों को ठहराया है।
बेटी के मौत के बाद मां-बाप का बुरा हाल है। इस बीच मृतक छात्रा की मां ने आरोपी सिपाही और उसके परिवार के खिलाफ केस दर्ज कराया है। मामले की जांच कर रहे एसओ सतीश कुमार ने बताया कि मां की तहरीर पर दामोदर दुबे समेत पांच लोगों के खिलाफ दुष्कर्म और आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज कर लिया गया है। मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है।