वेरिफिकेशन में हुई देरी भी एक कारण
डीईओ कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार जिले में 3 हजार 649 सहायक अध्यापक से लेकर वरिष्ठ अध्यापक है। इन सभी की नियुक्ति होना है। इस प्रक्रिया के तहत संकुल प्राचार्यो को वेरिफिकेशन करना था। लेकिन वह समय पर नहीं किया गया। उसके बाद फिर जिलास्तरीय टीम द्वारा भी कार्य करना था। जिसमें भी देरी हुई है। फिर जिला अधिकारियों द्वारा संभावनाएं जताई जा रही थी कि आचार संहिता 8 से 10 तारीख का लग सकती है। जिसके चलते प्रक्रिया में तेजी से काम नहीं किया गया।
3649 में केवल 198 के हुए आदेश जारी
डीईओ कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार भोपाल में 213 वरिष्ठ अध्यापकों का उच्च माध्यमिक शिक्षक पद की नियुक्ति के लिए सूची भेजी गई थी। जिसमें से 198 वरिष्ठ अध्यापकों के नियुक्ति आर्डर जारी हो चुके है। उज्जैन में 1464 अध्यापकों की सूची भेजी गई थी। जिसमें आर्डर जनरेट की प्रक्रिया चल रही थी कि आचार संहिता लग गई । वहीं जिलास्तर पर 1972 सहायक अध्यापकों के आर्डर जनरेट करना थे। लेकिन 700 आर्डर जनरेट हुए थे कि काम रोक दिया गया।
इनका कहना….
भोपाल स्तर से 198 उच्च माध्यमिक शिक्षक पद के लिए नियुक्ति आर्डर जारी हुए है। उज्जैन स्तर और जिलास्तर से कार्य चल ही रहा था कि आचार संहिता लग गई। प्रक्रिया में वैरिफिेकेशन के समय कुछ देरी हुई थी। निर्वाचन आयोग द्वारा अनुमति नहीं दी गई है। अभी कार्य बंद है। आचार संहिता से पहले प्रक्रिया पूरी करने के निर्देश दिए थे।
– आरएल कारपेंटर, जिला शिक्षा अधिकारी।